इजरायली रक्षा मंत्री ने बंधकों की रिहाई के बाद आने वाली चुनौती का किया जिक्र, बताया कैसे करेंगे सामना

तेल अवीव, 12 अक्टूबर (आईएएनएस)। इजरायल के रक्षा मंत्री, इजराइल काट्ज ने उस चुनौती का जिक्र किया है जो उनके मुताबिक किसी भी मायने में कम नहीं है।
काट्ज ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पोस्ट में कहा है कि इस हफ्ते इजरायली बंधकों की रिहाई के बाद उनके देश के लिए “बड़ी चुनौती” “गाजा में हमास की सभी आतंकी सुरंगों को नष्ट करना” होगी।
काट्ज ने लिखा, “बंधकों की वापसी के बाद इजरायल के लिए सबसे बड़ी चुनौती गाजा में हमास की सभी आतंकी सुरंगों को नष्ट करना होगा; यह काम सीधे आईडीएफ और संयुक्त राज्य अमेरिका के नेतृत्व और पर्यवेक्षण में स्थापित होने वाले अंतर्राष्ट्रीय तंत्र के माध्यम से किया जाएगा।
गाजा के विसैन्यीकरण और हमास के हथियारों को निष्क्रिय करने के सहमत सिद्धांत को लागू करने का यही प्राथमिक महत्व है। मैंने आईडीएफ को इस मिशन को अंजाम देने के लिए तैयार रहने का निर्देश दिया है।
गाजा शांति योजना के लिए 13 अक्टूबर का दिन खास होगा। गाजा शांति योजना के तहत इसी दिन हमास बंधकों को रिहा करेगा।
इस ऐतिहासिक मौके पर ट्रंप भी इजरायल में ही होंगे। उनका कार्यक्रम क्या होगा और कौन उनकी आगवानी करेगा, इसका पूरा अपडेट पीएम बेंजामिन नेतन्याहू के कार्यालय ने दिया है।
नेतन्याहू के कार्यालय के अनुसार, प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू और राष्ट्रपति आइजैक हर्जोग सोमवार सुबह 9:20 बजे बेन गुरियन हवाई अड्डे पर अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप का स्वागत करेंगे। ट्रंप का इजरायल में चार घंटे से भी कम समय बिताने का कार्यक्रम है।
सुबह 10:15 बजे, नेतन्याहू और ट्रंप नेसेट स्थित प्रधानमंत्री कार्यालय में एक बैठक करेंगे। इसके बाद, वे सुबह 10:45 बजे नेसेट में ही बंधक परिवारों से मिलेंगे।
सुबह 11 बजे, ट्रंप, नेतन्याहू, नेसेट के अध्यक्ष अमीर ओहाना और विपक्षी नेता यायर लैपिड पूर्ण अधिवेशन में भाषण देंगे। हर्जोग और नेतन्याहू दोपहर 1 बजे ट्रंप को हवाई अड्डे से विदा करेंगे।
–आईएएनएस
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