लोकसभा चुनाव में शानदार प्रदर्शन कर समाजवादी पार्टी देश की तीसरी बड़ी पार्टी बन गई है। समाजवादी पार्टी ने उत्तर प्रदेश में 80 में से 37 सीटों पर जीत का परचम लहराया है। साथ ही उसका वोट परसेंट भी 33 फ़ीसदी से अधिक रहा। यूपी में सबसे बड़ा झटका सत्तारूढ़ बीजेपी को लगा है। पार्टी प्रदेश में 62 सीटों से घटकर 33 पर पहुंच गई है। अच्छे प्रदर्शन के बाद अखिलेश यूपी की राजधानी लखनऊ से निकलकर देश की राजधानी दिल्ली की ओर हैं।
केंद्र की राजनीति करने के इच्छुक हैं अखिलेश
सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक अब अखिलेश यादव केंद्र की राजनीति करने के इच्छुक हैं। अखिलेश यादव अपने पद से इस्तीफा देकर दिल्ली क राजनीति में जा सकते हैं। ऐसे में अब अखिलेश यादव अब केंद्रीय राजनीति में सक्रिय भूमिका निभाने की तैयारी में हैं। सूत्रों के हवाले से मिल रही खबर के मुताबिक कन्नौज से सांसद चुने जाने के बाद अखिलेश यादव यूपी विधानसभा की सदस्यता से इस्तीफा दे सकते हैं। इतना ही नहीं यूपी विधानसभा में वे चाचा शिवपाल यादव को नेता प्रतिपक्ष भी बना सकते हैं।
अखिलेश को किसी एक पद से इस्तीफा देना होगा
बता दें कि अखिलेश यादव मैनपुरी की करहल विधानसभा सीट से वर्तमान में विधायक हैं और अब वे कन्नौज से सांसद भी बन गए हैं। नियमानुसार अखिलेश यादव को किसी एक पद से इस्तीफा देना होगा। अगर वे विधायकी से इस्तीफा देते हैं तो उनकी जगह करहल सीट से तेज प्रताप यादव को चुनाव लड़ाया जा सकता है। कहा जा रहा है कि उत्तर प्रदेश में शानदार प्रदर्शन के बाद अखिलेश यादव केंद्रीय राजनीति में अपनी दखल को बढ़ाएंगे।