लखनऊ, 28 नवंबर (आईएएनएस)। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मंगलवार को सैयद मोदी इंडिया इंटरनेशनल बैडमिंटन टूर्नामेंट 2023 का शुभारंभ किया। विधानसभा के शीतकालीन सत्र के बीच प्रतियोगिता के उद्घाटन के लिए पहुंचे सीएम योगी ने सभी खिलाड़ियों का परिचय प्राप्त किया और बैडमिंटन खेलकर प्रतियोगिता का शुभारंभ किया।
मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि हम सब जानते हैं कि 2014 के बाद प्रधानमंत्री मोदी की पहल पर नए भारत में खेलकूद की गतिविधियों ने एक नई गति पकड़ी है। ‘खेलो इंडिया खेलो’ के अभियान को गति देने के बाद ‘फिट इंडिया मूवमेंट’ हो, ग्रामीण स्तर पर सांसद खेलकूद प्रतियोगिताओं को आगे बढ़ाने का कार्यक्रम हो, पूरे देश के अंदर इसके परिणाम हम सबके सामने आए हैं। आज इसी का परिणाम है कि ओलंपिक में हमारे खिलाड़ी पहले की तुलना में कई गुना अधिक पदक प्राप्त करते हैं।
उन्होंने कहा कि एशियन गेम्स में हमने भारत के खिलाड़ियों के प्रदर्शन को देखा है। पहली बार एशियन गेम्स में हमारे खिलाड़ियों ने 100 पदकों का आंकड़ा पार किया है। पैरा एशियन गेम्स में भी हमारे खिलाड़ियों ने बेहतरीन प्रदर्शन करते हुए 100 से अधिक पदक देश के लिए जीते हैं। उत्तर प्रदेश के खिलाड़ियों ने भी इसमें उल्लेखनीय प्रदर्शन किया है। वर्ल्ड चैंपियनशिप की यह बैडमिंटन प्रतियोगिता न केवल खिलाड़ियों के प्रोत्साहन के लिए बल्कि उत्तर प्रदेश के खिलाड़ियों के लिए भी एक मंच प्रदान कर रही है।
मुख्यमंत्री योगी ने उत्तर प्रदेश में खिलाड़ियों को हर तरह के सहयोग के प्रति आश्वस्त किया। उन्होंने कहा कि खेलकूद की गतिविधियों के प्रति केंद्र और राज्य का जो सकारात्मक रुख है, वो हमारे खिलाड़ियों के लिए एक नया प्लेटफॉर्म भी है और उनके भविष्य को उज्ज्वल बनाने के लिए सरकार हरसंभव सहयोग देने के लिए काम कर रही है। हम सब जानते हैं कि उत्तर प्रदेश में बैडमिंटन का एक अच्छा केंद्र हो, जहां खिलाड़ियों के प्रशिक्षण के साथ-साथ राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय प्रतियोगिताओं को भी संपन्न किया जा सके।
सीएम योगी ने कहा कि पूर्व केंद्रीय मंत्री अखिलेश दास ने इसकी शुरुआत की और 10 एकड़ क्षेत्र में फैला हुआ यह क्षेत्र उत्तर प्रदेश के अंदर बैडमिंटन खिलाड़ियों के लिए न केवल प्रशिक्षण का बल्कि किसी भी प्रकार के नेशनल और इंटरनेशनल चैंपियनशिप का एक नया केंद्र बिंदु बना है। उत्तर प्रदेश के प्रसिद्ध बैडमिंटन खिलाड़ी सैयद मोदी, जिन्होंने 8 बार बैडमिंटन के राष्ट्रीय चैंपियन होने के साथ ही राष्ट्रमंडल खेलों के स्वर्ण विजेता होने का गौरव हासिल किया, उनकी स्मृति में 1991 से उत्तर प्रदेश में इस बैडमिंटन चैंपियनशिप की शुरुआत हुई थी।
उन्होंने बताया कि 2004 में इस प्रतियोगिता को अंतर्राष्ट्रीय मान्यता प्राप्त हुई। बाद में बैडमिंटन वर्ल्ड फेडरेशन ने इसका स्तर बढ़ाकर प्राइज मनी को 1.5 लाख यूएस डॉलर कर दिया। बैडमिंटन वर्ल्ड फेडरेशन द्वारा इस प्रतियोगिता को वर्ल्ड टूर सुपर 300 का भी दर्जा दिया गया है। वर्तमान में बैडमिंटन वर्ल्ड फेडरेशन द्वारा इसकी प्राइजमनी 2.10 लाख यूएस डॉलर यानी लगभग 1.75 करोड़ रुपए निर्धारित की गई है। इस दौरान उत्तर प्रदेश बैडमिंटन संघ के प्रेसीडेंट डॉ. नवनीत सहगल मौजूद रहे।
–आईएएनएस
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