नई दिल्ली, 4 नवंबर (आईएएनएस)। सितंबर और अक्टूबर में देखी गई एफआईआई की बिकवाली का रुझान नवंबर की शुरुआत में भी जारी रहा। ये कहना है जियोजित फाइनेंशियल सर्विसेज के मुख्य निवेश रणनीतिकार वीके विजयकुमार का।
उन्होंने यह भी कहा कि नवंबर के पहले तीन दिनों में एफआईआई ने कैश मार्केट के जरिए 3,063 करोड़ रुपये की इक्विटी बेची।
हालांकि यह ट्रेंड जारी रहने की संभावना नहीं है, क्योंकि एफआईआई की बिक्री की मुख्य वजह बढ़ती बांड यील्ड थी जो अब कम हो गई है।
19 अक्टूबर को 5 प्रतिशत के शिखर पर पहुँचने के बाद 10-वर्षीय अमेरिकी बांड यील्ड में गिरावट शुरू हुई। उन्होंने कहा, पिछले दो दिनों के दौरान इसमें भारी गिरावट आई है, जिससे 3 नवंबर को यील्ड तेजी से घटकर 4.66 फीसदी रह गई।
बांड यील्ड में इस उलटफेर का मुख्य कारण अमेरिकी फेडरल रिजर्व के प्रमुख जेरोम पॉवेल की टिप्पणी है कि “ऊंची मुद्रास्फीति के बावजूद, इसके स्थिर रहने की सम्भावना बनी हुई है”।
आगे चलकर एफआईआई की बिकवाली कम रहने की संभावना है। वे खरीदार भी बन सकते हैं, जिससे भारतीय बाजार में तेजी देखने को मिल सकती है। उन्होंने कहा कि फ्रंटलाइन बैंकिंग, ऑटोमोबाइल, पूंजीगत सामान और आईटी और रियल एस्टेट में मिडकैप अच्छा प्रदर्शन करने के लिए तैयार है।
–आईएएनएस
एसकेपी