प्रदेश के सभी वाहन शोरूम में विकसित होंगे रोड सेफ्टी कॉर्नर

प्रदेश के सभी वाहन शोरूम में विकसित होंगे रोड सेफ्टी कॉर्नर

लखनऊ। प्रदेश में रोड एक्सीडेंट में कमी लाने और रैश ड्राइविंग को रोकने के लिए योगी सरकार नए-नए उपाय कर रही है। इसी क्रम में अब लोगों को सड़क सुरक्षा के प्रति जागरूक करने के लिए प्रदेश के समस्त दो पहिया एवं चार पहिया वाहन शोरूम में रोड सेफ्टी कॉर्नर विकसित किए जाने का निर्णय लिया गया है। सरकार की ओर से सभी वाहन शोरूम मालिकों को निर्देश दिए गए हैं कि वाहन शोरूम में उपलब्धता के अनुसार अच्छे स्थान का चुनाव कर अनिवार्य रूप से रोड सेफ्टी कॉर्नर विकसित करें। जहां पर सड़क सुरक्षा के रोचक एवं ज्ञानवर्धक क्रिएटिव पोस्टर, बैनर, फ्लैक्स, साइन बोर्ड, कट आउट एवं मैसकार्ड के माध्यम से प्रदर्शित किए जाएं।

सुगम एवं सुरक्षित यातायात उपलब्ध कराना प्राथमिकता

उत्तर प्रदेश के परिवहन राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) दयाशंकर सिंह ने बताया कि सड़क दुर्घटनाओं में कमी लाने के लिए लोगों को सड़क सुरक्षा के प्रति जागरूक करना बेहद जरूरी है। उन्होंने बताया कि वाहन क्रेताओं को सड़क सुरक्षा के प्रति जागरूक करने के लिए समस्त दो पहिया एवं चार पहिया वाहन शोरूम में सड़क सुरक्षा कार्नर विकसित करने के लिए कहा गया है। लोगों को सुगम एवं सुरक्षित यातायात उपलब्ध कराना परिवहन विभाग की प्राथमिकता है। पिछले कुछ दशकों में वाहनों की संख्या में काफी बढ़ोत्तरी हुई है, जिसके कारण सड़क दुर्घटनाओं की संख्या में वृद्धि देखी जा रही है। परिवहन मंत्री ने बताया कि 16 अप्रैल, 2015 से प्रदेश के समस्त जनपदों में नए वाहनों का पंजीयन डीलर प्वॉइंट पर ही किया जा रहा है। साथ ही 4 नवंबर, 2020 के सर्कुलर द्वारा नए वाहनों की भौतिक पत्रावली को भी एआरटीओ कार्यालय भेजने की अनिवार्यता समाप्त कर दी गई है। अब लोगों को एआरटीओ कार्यालय नहीं जाना पड़ता। नई व्यवस्था के तहत डीलर प्वॉइंट पर ही पंजीयन संबंधी कार्य किए जा रहे हैं। उन्होंने बताया कि पहले एआरटीओ कार्यालय में ही लोगों को सड़क सुरक्षा के बारे में समुचित जानकारी दी जाती थी, लेकिन नई व्यवस्था लागू होने से सड़क सुरक्षा के प्रति जागरूक करने के लिए डीलर प्वॉइंट पर सड़क सुरक्षा कॉर्नर स्थापित किए जाने का निर्णय लिया गया है।

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