राजधानी दिल्ली के ज्यादातर इलाकों में बृहस्पतिवार शाम को हुई हल्की वर्षा से मौसम सुहाना हो गया। दिल्ली और इसके आसपास इलाकों में आंधी के बाद तेज बरसात हुई। मौसम विभाग के अनुसार, पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय होने की वजह से मौसम में यह बदलाव देखने को मिल रहा है। 28 मई तक मौसम में निरंतर बदलाव जारी रह सकता है, जिसमें बरसात होने और आंधी चलने की संभावना है।
दिल्ली में बृहस्पतिवार को न्यूनतम तापमान सामान्य से चार डिग्री कम 22.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। अधिकतम तापमान सामान्य से तीन डिग्री कम 36.9 डिग्री सेल्सियस रहा। हवा में नमी का स्तर 69 से 41 प्रतिशत दर्ज हुआ। दोपहर या शाम के समय अधिकतर स्थानों पर आमतौर पर आसमान में बादल छाए रहे और साथ ही हल्की से मध्यम दर्जे की बरसात तथा गरज के साथ छींटे भी पड़े। इस दौरान सफदरजंग पर 22 किमी प्रति घंटे की और पालम ने 58 किमी प्रति घंटे की गति से हवा चली।
कई जगह बिजली भी चमकी। मौसम विभाग ने कहा कि अगले दो से तीन दिनों तक राजधानी में इसी तरह की स्थिति रहने की उम्मीद है और 30 मई तक लू चलने की भी संभावना नहीं है। पश्चिमी हिमालयी क्षेत्र पर सक्रिय पश्चिमी विक्षोभ के प्रभाव में, अगले दो से तीन दिनों में, राष्ट्रीय राजधानी और इसके आसपास के क्षेत्रों सहित उत्तर-पश्चिम भारत में रुक-रुक कर बरसात होने की भविष्यवाणी की गई है। 31 मई तक अधिकतम तापमान 35 से 38 डिग्री के बीच में ही रहेगा।
दिल्ली में प्रदूषण भी हुआ कम
मौसम में हुए बदलाव से दिल्ली में गर्मी के साथ प्रदूषण भी घटा है। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के मुताबिक बृहस्पतिवार को दिल्ली का एयर क्वालिटी इंडेक्स 106 रहा। इस स्तर की हवा को ”मध्यम” श्रेणी में रखा जाता है। मौसम विभाग का अनुमान है कि वायु गुणवत्ता का स्तर दो-तीन दिनों के बीच इसी के आसपास रहेगा।
उत्तर प्रदेश आज का मौसम
मौसम एवं पूर्वानुमान कृषि विज्ञान केंद्र के अध्यक्ष डा. आरके आनंद के अनुसार शुक्रवार को कहीं कहीं हल्की बदली एवं बूंदाबांदी हो सकती है। तापमान सामान्य से कम रहेगा। मौसम के मिजाज में उतार-चढ़ाव का सिलसिला दिनभर जारी रहा। मौसम विभाग का अनुमान भी सच साबित हुआ और गुरुवार की सुबह काले बादलों की आवाजाही के साथ हुई। हालांकि गत बुधवार की शाम से हवा की रफ्तार तेज होने के साथ मौसम रुख बदला नजर आया। सुबह से डेरा डाला तथा काली घटाओं ने जिला मुख्यालय से ग्रामीणांचल तक बूंदाबांदी और तेज-धीमी बारिश हुई। मौसम विभाग ने इस सप्ताह में हल्के बादल छाए रहने तथा कहीं-कहीं गरज-चमक संग हल्की बूंदाबांदी होने का अनुमान लगाया है।
बिहार आज का मौसम
राजधानी समेत प्रदेश का मौसम बीते दो दिनों से सुहाना बना हुआ है। मौसम विज्ञान केंद्र पटना के अनुसार एक ट्रफ पश्चिम उत्तरप्रदेश से मध्य उत्तरप्रदेश, दक्षिण बिहार, झारखंड, पश्चिम बंगाल होते हुए दक्षिण बांग्लादेश तक फैला हुआ है। इनके प्रभाव से अगले 24 घंटों के दौरान पटना समेत प्रदेश के अलग-अलग स्थानों पर आंधी-पानी का पूर्वानुमान है। इसी प्रकार का मौसम शुक्रवार तक बना रहेगा। इन मौसमी प्रभावों को देखते हुए येलो अलर्ट जारी किया गया है। 40.3 डिग्री सेल्सियस के साथ औरंगाबाद में प्रदेश का सर्वाधिक अधिकतम तापमान दर्ज किया गया।
हरियाणा आज का मौसम
हरियाणा में मौसम में ऐसा बदलाव 15 साल बाद हुआ है। तपने वाले मई माह में इस बार सिर्फ पांच दिन ही तापमान 40 डिग्री सेल्सियस के पार गया। नौतपा शुरू होने के साथ ही बारिश और ओलावृष्टि से तापमान नीचे गिरेगा। ऐसे मौसम का मुख्य कारण इस माह में पांच से ज्यादा पश्चिमी विक्षोभ का आना है। वीरवार को भी प्रदेश में हिसार जिले के साथ अनेक जगह पर ओलावृष्टि और वर्षा हुई। बारिश के चलते हिसार का अधिकतम तापमान गिरकर 35.6 डिग्री तक पहुंच गया। मौसम विज्ञानियों के अनुसार पूरा दिन हुई बारिश के बाद शुक्रवार को तापमान में दो से तीन डिग्री तक गिरावट दर्ज की सकती है। 26 मई की रात से नया पश्चिमी विक्षोभ भी एक्टिव होगा जो 29 मई तक सक्रिय रहेगा। इस दौरान तेज गति से हवा या अंधड़ चलने, हल्की से मध्यम वर्षा और कुछ स्थानों पर गरज चमक के साथ ओलावृष्टि के आसार हैं। ऐसे में मौसम विभाग की ओर से एडवाइजरी भी जारी की गई है।
हिमाचल आज का मौसम
हिमाचल में तूफान व वर्षा से नुकसान का क्रम वीरवार को भी जारी रहा। शिमला व चंबा जिले के ऊपरी क्षेत्रों में सेब को काफी नुकसान पहुंचा है। शिमला के उपमंडल मुख्यालय कुमारसैन में नए बने बस अड्डे के भवन की सीलिंग तूफान से उखड़ गई। इस बस अड्डे और भवन का अभी उद्घाटन भी नहीं हुआ है। प्रदेश में 19 सड़कें बंद है। 171 ट्रांसफार्मरों के खराब होने के कारण बिजली आपूर्ति ठप है। मौसम विभाग ने शुक्रवार को किन्नौर व लाहुल-स्पीति जिलों को छोड़ अन्य जिलों में आंधी, वर्षा व बिजली गिरने के लिए यलो अलर्ट जारी किया है। प्रदेश में न्यूनतम तापमान में तीन से चार डिग्री और अधिकतम तापमान में तीन से छह डिग्री की गिरावट आई है।