शेयर बाजार में गिरावट का असर! बीएसई, एंजेल वन और अन्य ब्रोकिंग प्लेटफॉर्म के शेयर 10 प्रतिशत तक लुढ़के

मुंबई, 3 मार्च (आईएएनएस)। भारतीय शेयर बाजार में गिरावट का दौर जारी है। इसका असर अब ब्रोकरेज और एक्सचेंज प्लेटफॉर्म के शेयरों पर भी देखने को मिला रहा है।
ब्रोकरेज प्लेटफॉर्म एंजेल वन के शेयर ने सोमवार को 10 प्रतिशत की गिरावट के साथ 1,952.25 रुपये का इंट्राडे लो बनाया। हालांकि, बाद में इसमें रिकवरी आई और फिलहाल शेयर 7.5 प्रतिशत की गिरावट के साथ 2,005 रुपये पर है। बीते एक हफ्ते में एंजेल वन का शेयर 11 प्रतिशत से अधिक गिर गया है।
अन्य ब्रोकरेज हाउस मोतीलाल ओसवाल फाइनेंशियल सर्विसेज का शेयर भी लाल निशान में है। दोपहर को शेयर 2.5 प्रतिशत की गिरावट के साथ 573 रुपये पर था। यह शेयर बीते एक हफ्ते में करीब 6 प्रतिशत फिसल चुका है।
बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (बीएसई) के शेयर में भी बड़ी गिरावट हुई है। दोपहर को शेयर 5.68 प्रतिशत की गिरावट के साथ 4,368.45 रुपये पर था। बीएसई के शेयर में बीते एक हफ्ते में 21 प्रतिशत से अधिक की गिरावट हुई है।
इसके अलावा सीएएमएस और सीडीएसएल जैसे शेयरों में बीते एक हफ्ते में 9 प्रतिशत तक की गिरावट हुई है।
इस गिरावट की वजह शेयर बाजार की वॉल्यूम में कमी को माना जा रहा है।
हाल ही में देश की बड़ी ब्रोकरेज फर्म जीरोधा के सीईओ और सह-संस्थापक नितिन कामत ने कहा था कि 15 वर्षों में पहली बार उनके बिजनेस में गिरावट देखने को मिली है।
सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर कामत ने कहा कि सभी ब्रोकर्स के प्लेटफॉर्म पर ट्रेडर्स की संख्या और कुल ट्रेडिंग वॉल्यूम में 30 प्रतिशत से अधिक की गिरावट देखने को मिली है।
उन्होंने आगे कहा कि अगर यह ट्रेंड जारी रहता है तो वित्त वर्ष 2025-26 के लिए एसटीटी कलेक्शन 40,000 करोड़ रुपये के नीचे रह सकता है, जो कि सरकार के अनुमान 80,000 करोड़ रुपये से 50 प्रतिशत कम है।
–आईएएनएस
एबीएस/