लखनऊ, 29 नवंबर (आईएएनएस)। उत्तर प्रदेश सरकार बुधवार को सदन में वित्त वर्ष 2023-24 का पहला अनुपूरक बजट पेश करेगी। बजट का मुख्य फोकस अयोध्या, औद्योगिक विकास, त्वरित आर्थिक विकास और किसान पर केंद्रित रह सकता है।
पिछले वित्त वर्ष का आखिरी अनुपूरक बजट 33,768 करोड़ रुपये था। उसकी तुलना में यह ज्यादा हो सकता है।
जानकर बताते हैं कि बजट का केंद्र बिंदु अयोध्या और तीर्थ विकास परिषद हो सकता है। 22 जनवरी को नव्य अयोध्या के भव्य मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा समारोह को भव्य बनाने में किसी तरह की कोई कसर नहीं छोड़ी जाएगी। इसके अलावा, राजधानी क्षेत्र को तरजीह देते हुए प्रावधान किए जा सकते हैं।
बुधवार को वित्त मंत्री सुरेश कुमार खन्ना इस अनुपूरक बजट को विधानसभा में पेश करेंगे। लोकसभा चुनाव की तैयारियों के बीच पेश किए जा रहे अनुपूरक बजट में सरकार कुछ चौंकाने वाली घोषणा भी कर सकती है। विपक्ष हंगामा कर सकता है। सरकार भी पूरी तैयारी से सदन में आयेगी।
मुख्यमंत्री योगी का कहना है कि प्रदेश के समग्र विकास, लोककल्याण, जनहित से जुड़े मुद्दे एवं जनसमस्याओं के समाधान के लिए हम विधानमंडल की कार्यवाही में चर्चा-परिचर्चा के लिए तैयार हैं। इसके लिए सभी दलों के सदस्यों से सार्थक चर्चा के लिए आह्वान किया गया है। साथ ही सरकार सभी दलों के सदस्यों के उनके सवालों के जवाब देने के लिए पूरी तरह से तत्पर है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मीडिया से बातचीत के दौरान कहा था कि सदन आम जनमानस से जुड़ी समस्याओं को रखने एवं इस ओर सरकार का ध्यान आकर्षित करने का महत्वपूर्ण मंच है। मुझे पूरा विश्वास है कि सभी सदस्य आम जनमानस की भावनाओं को ध्यान में रख करके सदन को स्वस्थ चर्चा-परिचर्चा का केंद्र बनाएंगे। साथ ही सार्थक चर्चा के माध्यम से विधायिका को और पुष्ट करने का कार्य करेंगे।
उन्होंने कहा कि इस सत्र में अनुपूरक बजट के साथ विधायिका के लंबित कार्य पूरे होंगे।
–आईएएनएस
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