एलएटी एयरोस्पेस ने नहीं खरीदा कोई प्राइवेट जेट, हम विमान खरीदने के व्यवसाय में नहीं : दीपिंदर गोयल

नई दिल्ली, 16 जुलाई (आईएएनएस)। इटरनल (पूर्व में जोमैटो) के सीईओ दीपिंदर गोयल ने बुधवार को उन खबरों का खंडन किया है, जिसमें कहा जा रहा था कि उनके द्वारा समर्थित एविएशन स्टार्टअप ‘एलएटी एयरोस्पेस’ ने बॉम्बार्डियर ग्लोबल जेट खरीदा है।
इटरनल के सीईओ दीपिंदर गोयल द्वारा समर्थित एलएटी एयरोस्पेस द्वारा बॉम्बार्डियर प्राइवेट जेट खरीदने की खबरों पर प्रतिक्रिया देते हुए, गोयल ने कहा, “एलएटी एक स्टार्टअप है और उसने कोई प्राइवेट जेट नहीं खरीदा है।”
सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट किए गए एक बयान में उन्होंने कहा, “हमारा ध्यान क्षेत्रीय विमानन के लिए एयरक्राफ्ट बनाने पर है और हम विमान खरीदने के व्यवसाय में नहीं हैं।”
उन्होंने आगे कहा कि एलएटी क्षेत्रीय विमानन के लिए एयरक्राफ्ट बनाता है और विमान खरीदने के व्यवसाय में नहीं है।
उन्होंने हंसते हुए कहा, “मेरे पास भी व्यक्तिगत रूप से कोई विमान नहीं है। हालांकि, एक होना अच्छा होगा।”
रिपोर्ट्स के अनुसार, एलएटी के स्वामित्व वाला बॉम्बार्डियर ग्लोबल सीरीज एयरक्राफ्ट 16 जुलाई को उड़ान भरने वाला था।
गोयल द्वारा सह-स्थापित एलएटी एयरोस्पेस का लक्ष्य कम लागत वाले, हाई-फ्रिक्वेंसी मिनी क्राफ्ट के साथ भारत में क्षेत्रीय हवाई यात्रा को बदलना है।
यह हाई फ्रिक्वेंसी, कम लागत, 24 सीट, एसटीओएल (शॉर्ट टेक ऑफ एंड लैंडिंग) और मीडियम-हाल एयरक्राफ्ट के नेटवर्क के माध्यम से जन विमानन के भविष्य का निर्माण कर रहा है, जो हर शहर, हर कस्बे और हर समुदाय को सुलभ बनाएगा।
स्टार्टअप के अनुसार, दक्षता के लिए डिजाइन और किफायती यात्रा के लिए तैयार नेक्स्ट जनरेशन एयरक्राफ्ट स्वायत्तता के लिए भविष्य-सुरक्षित हैं और उड़ान के नए नियमों को लिख रहे हैं।
आधिकारिक वेबसाइट के अनुसार, “हमारे विमान पार्किंग लॉट जितने कॉम्पैक्ट ‘एयर-स्टॉप’ में उड़ान भरेंगे और उतरेंगे। इसके लिए किसी तरह की बैगेज बेल्ट की जरूरत नहीं होगी, साथ ही किसी तरह की कोई सुरक्षा से जुड़ी परेशानी भी नहीं होगी। इसके साथ जटिल, महंगे एयरपोर्ट इंफ्रास्ट्रक्चर की आवश्यकता समाप्त हो जाएगी, जिसकी क्षेत्रीय हवाई यात्रा के लिए आवश्यकता ही नहीं होती।”
एविएशन स्टार्टअप की सह-संस्थापक सुरोभी दास द्वारा लिंक्डइन पर पोस्ट किए गए अनुसार, गोयल ने पिछले महीने एलएटी एयरोस्पेस लॉन्च किया था।
दास ने पिछले महीने अपनी पोस्ट में कहा, “जोमैटो बनाने और पूरे भारत में उड़ान भरने के दौरान, दीपिंदर और मैं बार-बार एक ही सवाल पर आ खड़े होते हैं। सवाल यह कि क्षेत्रीय हवाई यात्रा अभी भी इतनी खराब क्यों है । इतनी महंगी और ज्यादातर महानगरों में रहने वालों की पहुंच तक ही क्यों सीमित है? भारत में 450 से ज्यादा हवाई पट्टियां हैं, लेकिन केवल 150 पर ही व्यावसायिक उड़ानें चलती हैं।”
–आईएएनएस
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