इस वर्ष अप्रैल-जून में भारत में आईटी सेक्टर ने 50 प्रतिशत ऑफिस स्पेस लीज पर दिए : रिपोर्ट


नई दिल्ली, 25 जुलाई (आईएएनएस) । भारत में सूचना प्रौद्योगिकी-सक्षम सेवाओं (आईटीईएस) और आईटी सेक्टर का कमर्शियल रियल एस्टेट (सीआरई) लीजिंग सेगमेंट में दबदबा बना हुआ है। शुक्रवार को आई एक रिपोर्ट के अनुसार, इस वर्ष की दूसरी तिमाही में सेक्टर की हिस्सेदारी सीआरई लीजिंग सेगमेंट 50 प्रतिशत रही, जो पिछली तिमाही के 36 प्रतिशत से अधिक है।

सीआरई फर्म वेस्टियन की रिपोर्ट के अनुसार, फ्लेक्स स्पेस इस मामले में पीछे रहे, जिनकी हिस्सेदारी कुल अब्सॉर्प्शन में 14 प्रतिशत रही, जो पिछली तिमाही के 9 प्रतिशत से कुछ अधिक है।

फ्लेक्स स्पेस द्वारा अवशोषित क्षेत्र में पिछली तिमाही की तुलना में 68 प्रतिशत की वृद्धि हुई। दक्षिणी शहरों बेंगलुरु, चेन्नई और हैदराबाद में महानगरों के अब्सॉर्प्शन का 80 प्रतिशत हिस्सा रहा।

फ्लेक्स स्पेस में उछाल के बावजूद, आईटी-आईटीईएस सेक्टर इस सेगमेंट में अग्रणी बना हुआ है, जिसका 2025 की दूसरी तिमाही में 94 लाख वर्ग फुट क्षेत्रफल रहा। इस लीजिंग का आधा हिस्सा बेंगलुरु के यशवंतपुर, हैदराबाद के नानकरामगुडा और मुंबई के ऐरोली इलाकों से आया।

टॉप सात शहरों ने 2025 की पहली छमाही में आईटी-आईटीईएस से 36.75 लाख वर्ग फुट का अब्सॉर्प्शन दर्ज किया, जो पिछले वर्ष की समान अवधि की तुलना में 21 प्रतिशत की वृद्धि दर्शाता है। बीएफएसआई इस सेगमेंट में छह प्रतिशत अब्सॉर्प्शन के साथ ठीक पीछे है, जो पिछली तिमाही के 20 प्रतिशत से कम है।

रिपोर्ट में कहा गया है, “इस वृद्धि दर के साथ, हमारा अनुमान है कि 2025 के अंत तक अब्सॉर्प्शन 75 लाख वर्ग फुट को पार कर जाएगा, जो संभवतः किसी भी कैलेंडर वर्ष में अब तक का सबसे अधिक अब्सॉर्प्शन होगा।”

वेस्टियन के सीईओ श्रीनिवास राव ने कहा, “भारत का ऑफिस मार्केट 2025 की दूसरी तिमाही में लगातार बढ़ता रहा, जिसकी मुख्य वजह बेंगलुरु, हैदराबाद और मुंबई जैसे प्रमुख शहरों में मजबूत ग्राहक आधार का बढ़ना है। अधिकतर उद्यम वापस ऑफिस संचालन की ओर बढ़ रहे हैं और कई ग्रेड-ए कार्यालय परियोजनाओं को 2025 की दूसरी छमाही में पूरा करने की योजना है, इसलिए कार्यालय उपयोग अनुपात में वृद्धि के साथ विकास की गति जारी रहने की उम्मीद है।”

फ्लेक्स स्पेस एक प्रकार की कमर्शियल रियल एस्टेट है, जो कम अवधि के लीज (अक्सर 7 महीने से लेकर कुछ वर्षों तक) की अनुमति देती है और ये एक ही प्रॉपर्टी में ऑफिस, इंडस्ट्रियल और कभी-कभी वेयरहाउसिंग कार्यों को एक साथ जोड़ती हैं।

रिपोर्ट में कहा गया है, “इसलिए, फ्लेक्स स्पेस चुनने वाले उद्योगों को अनुकूल और कस्टमाइजेबल वर्क स्पेस मिलते हैं। कंपनियां अपने कम अवधि की लीज के कारण फ्लेक्स स्पेस चुनती हैं, जो उन्हें तेजी से विस्तार या कमी करने और शुरुआती पूंजीगत लागत कम करने में सक्षम बनाता है।”

–आईएएनएस

एसकेटी/


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