Google Wallet ऐप भारत में हुआ लॉन्च, GPay से है बिलकुल अलग

Google Wallet ऐप भारत में हुआ लॉन्च, GPay से है बिलकुल अलग

गूगल (Google) ने भारत के एंड्रॉयड यूजर्स के लिए गूगल वॉलेट (Google Wallet) लॉन्च कर दिया है। देश के कई यूजर इस वॉलेट का इंतजार कर रहे थे। अब गूगल प्ले स्टोर (Google Play Store) पर इस वॉलेट को आसानी से डाउनलोड किया जा सकता है।

कई यूजर को इस वॉलेट का एक्सेस पहले ही मिल गया था। गूगल वॉलेट बाकी वॉलेट की तुलना में काफी अलग है। इस वॉलेट में आप गिफ्ट कार्ड, मूवी टिकट, बोर्डिंग पास जैसी कई चीजों को स्टोर कर सकते हैं।

बता दें कि आप गूगल वॉलेट के जरिये पेमेंट नहीं कर सकते हैं। कई लोगों को लग रहा था कि यह पेटीएम वॉलेट (Paytm Wallet) या फिर अमेजन वॉलेट (Amazon Wallet) की तरह पेमेंट कर पाएंगे, जबकि ऐसा नहीं है।

गूगल वॉलेट वर्ष 2011 में पहली बार लॉन्च हुआ था। इसके बाद साल 2018 में कई मार्केट में इसे रिप्लेस करके गूगल पे (Google Pay) कर दिया।

Google Wallet में मिलती है ये सुविधा

इंडियन मार्केट में गूगल पे और गूगल वॉलेट दो अलग ऐप्स हैं। आप गूगल वॉलेट में फ्लाइट पास, ट्रांजिट कार्ड्स, इवेंट टिकट, बोर्डिंग पास जैसे कई चीजों को स्टोर कर सकते हैं। इसके लिए गूगल ने भारत के टॉप 20 ब्रांड के साथ पार्टनरशिप किया है।

यहां तक कि गूगल वॉलेट के जरिये Flipkart पर मिलने वाले सुपरकॉइन, Shoppers Stop और बाकी ब्रांड के गिफ्ट कार्ड को भी स्टोर कर सकते हैं। इस वॉलेट की मदद से अब आपको सभी कार्ड एक जगह पर आसानी से मिल जाएंगे। गूगल वॉलेट Apple Wallet की तरह ही काम करता है। इस वॉलेट में आप सभी डॉक्यूमेंट्स को स्टोर कर सकते हैं।

Google Pay से कितना अलग है Google Wallet

बता दें कि गूगल पे और गूगल वॉलेट दो अलग चीज हैं। गूगल पे में आप यूपीआई (UPI) के जरिये पेमेंट कर सकते हैं। वहीं, गूगल वॉलेट में आप कार्ड्स, डॉक्यूमेंट्स को स्टोर कर सकते हैं।

गूगल वॉलेट का इस्तेमाल एंड्रॉयड फोन के अलावा Wear OS वाली वॉच में भी किया जा सकता है। भारत में यह वॉलेट नॉन-पेमेंट ऐप है जबकि कई क्षेत्रों में इसे पेमेंट सर्विस ऐप में गिना जाता है।

गूगल वॉलेट में पास ऐड ऑन (Pass Add-On) का फीचर भी मिलता है। इसके लिए आपको Gmail पर यह फीचर इनेबल करना होगा। जिसके बाद Gmail पर आए पास ऑटोमेटिक गूगल वॉलेट में जमा हो जाएग। इन पास को एक्सेस करने के लिए बायोमेट्रिक वेरिफिकेशन करना होगा।

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