‘नवदीक्षा 2025’ के साथ अदाणी यूनिवर्सिटी का नया शैक्षणिक सत्र शुरू, छात्रों को उद्यमी बनाने पर जोर


अहमदाबाद, 24 जुलाई (आईएएनएस)। अदाणी यूनिवर्सिटी ने अपने प्रमुख इंटीग्रेटेड बीटेक प्लस एमबीए/एमटेक कार्यक्रमों के लिए नए सत्र की शुरुआत करते हुए ‘नवदीक्षा 2025’ नामक शैक्षणिक इंडक्शन प्रोग्राम का आयोजन किया। इस कार्यक्रम के जरिए विश्वविद्यालय ने देशभर से आए छात्रों का स्वागत किया और उन्हें भविष्य की औद्योगिक दुनिया के लिए तैयार करने के अपने संकल्प को दोहराया।

कार्यक्रम की शुरुआत करते हुए विज्ञान संकाय के डीन प्रो. सुनील झा ने छात्रों को संबोधित करते हुए कहा कि “फिजिकल एआई” के इस युग में भौतिकी, रसायन और गणित की भूमिका अत्यंत महत्वपूर्ण होती जा रही है।

उन्होंने छात्रों को केवल कोडिंग तक सीमित न रहकर वास्तविक दुनिया की यांत्रिकी को समझने की सलाह दी। उन्होंने कहा, “जैसे-जैसे एआई रोबोटिक्स और ऑटोमेशन के साथ एकीकृत हो रहा है, भौतिक नियमों की समझ सफलता की कुंजी बनेगी।”

प्रसिद्ध मैनेजमेंट कंसल्टेंट और हार्वर्ड विश्वविद्यालय के पूर्व छात्र डॉ. राम चरण ने अपने छह दशकों के वैश्विक अनुभव को साझा करते हुए छात्रों को निरंतर सीखते रहने और आत्म-चिंतन की सलाह दी।

उन्होंने कहा, “अपने ईश्वर-प्रदत्त प्रतिभा को पहचानिए, उसे समर्पण के साथ अपनाइए और हर दिन सवाल पूछिए।”

अदाणी यूनिवर्सिटी के इंटीग्रेटेड बीटेक प्लस एमबीए/एमटेक प्रोग्राम्स केंद्र सरकार की नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति- 2020 के अनुरूप तैयार किए गए हैं। इनका उद्देश्य तकनीक, ऊर्जा और इंफ्रास्ट्रक्चर जैसे क्षेत्रों में बहु-विषयक ज्ञान और नेतृत्व क्षमता विकसित करना है।

प्रोवोस्ट डॉ. रवि पी. सिंह ने छात्रों का स्वागत करते हुए कहा, “चाहे आपका फोकस एआई हो, सस्टेनेबिलिटी हो या इंफ्रास्ट्रक्चर। आप सही समय पर सही जगह पर हैं।”

उन्होंने छात्रों को भीड़ का अनुसरण करने की बजाय खुद की पहचान बनाने और शिक्षा को राष्ट्र निर्माण का माध्यम मानने की प्रेरणा दी।

अदाणी ग्रुप के चीफ ट्रांसफॉर्मेशन ऑफिसर (सीटीओ) सुदीप्त भट्टाचार्य ने छात्रों को एआई की बदलती दुनिया के लिए तैयार रहने का संदेश दिया।

उन्होंने कहा, “मशीनें अब सोच सकती हैं, लेकिन केवल इंसान ही विश्वास कर सकते हैं, सहयोग कर सकते हैं और उद्देश्य के साथ सृजन कर सकते हैं।”

भट्टाचार्य ने अदाणी ग्रुप के 90 अरब डॉलर के निवेश अभियान का उल्लेख करते हुए इसे भविष्य के पेशेवरों के लिए एक बड़ा अवसर बताया। उन्होंने छात्रों से साहसिक और जिज्ञासु नवाचारकर्ता बनने का आह्वान किया।

इस कार्यक्रम के जरिए अदाणी यूनिवर्सिटी ने स्पष्ट किया कि वह छात्रों को केवल डिग्री नहीं, बल्कि एक उद्देश्यपूर्ण, औद्योगिक और सामाजिक बदलाव के लिए तैयार रहने का मंच दे रही है।

–आईएएनएस

डीएससी/एबीएम


Show More
Back to top button