रक्षा मंत्रालय ने भारतीय वायु सेना के लिए स्वदेशी 97 हल्के लड़ाकू विमान (एलसीए एमके-1ए) तेजस की खरीद के लिए सरकारी एयरोस्पेस प्रमुख हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड को एक निविदा जारी की है।
अधिकारियों ने शुक्रवार को इस बारे में जानकारी दी। लड़ाकू विमानों की कीमत लगभग 67,000 करोड़ रुपये होने का अनुमान है।
नवंबर में दी थी परियोजना को मंजूरी
तेजस विमान हवाई युद्ध और आक्रामक हवाई सहायता मिशन के लिए बेहद शक्तिशाली माना जाता है, जबकि टोही और जहाज-रोधी अभियान इसकी सेकेंडरी रोल हैं।
नवंबर में रक्षा अधिग्रहण परिषद (डीएसी) ने भारतीय वायु सेना (आईएएफ) के लिए 97 और तेजस जेट खरीदने की परियोजना को मंजूरी दे दी थी।
डीएसी ने हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (एचएएल) द्वारा अपने एसयू-30 लड़ाकू बेड़े को अपग्रेड करने के भारतीय वायुसेना के प्रस्ताव को भी मंजूरी दे दी।
जानिए क्या है इस लड़ाकू विमान की खासियत
यह एक स्वदेशी लड़ाकू विमान है, जिसे हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (एचएएल) ने तैयार किया है।
यह काफी हल्का और ताकतवर कॉम्बेट विमान है, अमेरिका भी इसकी तारीफ कर चुका है।
रक्षा विशेषज्ञों के अनुसार, तेजस आठ से नौ टन भार ले जा सकता है।
यह विमान सुखोई की तरह कई तरह के हथियार और मिसाइल ले जा सकता है।
यह विमान इलेक्ट्रानिक रडार, दृश्य सीमा से परे (BVR) मिसाइल, इलेक्ट्रानिक वारफेयर (EW) सूट और हवा से हवा में ईंधन भरने (AAR) की महत्वपूर्ण परिचालन क्षमताओं से लैस है।
सबसे बड़ी खासियत-
यह विमान एक साथ 10 टारगेट को ट्रैक करते हुए हमला कर सकता है।
इस विमान को टेकऑफ के लिए ज्यादा बड़े रनवे की जरूरत नहीं होती।
बता दें कि अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया, इंडोनेशिया, मलेशिया समेत कई देश इस ताकतवर लड़ाकू विमान को खरीदने में दिलचस्पी दिखा चुके हैं।
वायुसेना ने 2021 में दुबई एयर शो, 2022 में सिंगापुर एयर शो जैसी अंतरराष्ट्रीय आयोजनों में इस विमान को प्रदर्शित किया था।
इसके अलावा, साल 2017 से साल 2023 तक एयरो इंडिया शो सहित विभिन्न अंतरराष्ट्रीय आयोजनों में इस विमान की ताकत को दिखाया गया है।