कांग्रेस ने बुधवार देर शाम चार सीटों पर प्रत्याशी घोषित कर दिए हैं। इसमें गाजियाबाद से महिला उम्मीदवार डॉली शर्मा पर एक बार फिर दांव लगाया गया है। जबकि अमेठी और रायबरेली को लेकर संशय बरकरार है।
सपा गठबंधन के तहत कांग्रेस को उत्तर प्रदेश में 17 सीटें मिली हैं। नौ सीट पर पिछले सप्ताह उम्मीदवार घोषित किए गए थे। बुधवार को चारों उम्मीदवारों की घोषणा की गई है। हालांकि अभी अमेठी और रायबरेली से पत्ते नहीं खोले गए हैं। इसी तरह मथुरा सीट पर भी मंथन चल रहा है। सूत्रों का कहना है कि प्रयागराज लोकसभा क्षेत्र से सपा के वरिष्ठ नेता पूर्व सांसद रेवती रमण सिंह के बेटे उज्जवल रमण सिंह पर दांव लगाने की तैयारी है। वह जल्द की कांग्रेस की सदस्यता लेंगे।
सीतापुर- यहां से पूर्व मंत्री नकुल दुबे पर दांव लगाया गया है। नकुल दुबे बसपा के टिकट पर 2007 में विधायक और मंत्री बने। वह 2012 और 2017 का विधानसभा चुनाव हारने के बाद 2019 में सीतापुर से बसपा के ही टिकट पर लोकसभा चुनाव भी लड़े। चुनाव हारने के बाद 2022 में कांग्रेस में आ गए।
गाजियाबाद – यहां से डॉली शर्मा पर फिर दांव लगाया गया है। वह 2019 में कांग्रेस के टिकट पर लोकसभा चुनाव में उतरी और तीसरे स्थान पर रहीं थीं।
बुलंदशहर – यहां से शिवराम वाल्मीकि को प्रत्याशी घोषित किया गया है। वह लोकसभा का पहला चुनाव लड़ रहे हैं।
महाराजगंज – कांग्रेस के दो विधायकों में एक वीरेंद्र चौधरी हैं, जिन्हे पार्टी ने लोकसभा चुनाव में उतारा है। वह इसी लोकसभा क्षेत्र की फरेंदा विधानसभा क्षेत्र से विधायक हैं।