मुख्यमंत्री योगी ने गोरखपुर में जनसभा व सामूहिक विवाह समारोह में मंच से खुलकर BJP सरकार की उपलब्धियां गिनाईं

मुख्यमंत्री योगी ने गोरखपुर में जनसभा व सामूहिक विवाह समारोह में मंच से खुलकर BJP सरकार की उपलब्धियां गिनाईं

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के तीन दिवसीय गोरखपुर दौरे को अगर चुनावी दौरा कहा जाए, तो गलत नहीं होगा। इस दौरान सभी कार्यक्रमों में वह पूरी तरह चुनावी रौ में दिखे। जनसभा हो या फिर सामूहिक विवाह, सभी में उन्होंने खुलकर भाजपा सरकार की उपलब्धियां गिनाईं और उसी को आधार को बनाकर विपक्षी दलों को जमकर घेरा। हजारों करोड़ की परियोजनाओं का शिलान्यास-लोकार्पण कर सरकार की विकासवादी की छवि दिखाई। इन सबके जरिये आगे भी वर्तमान सरकार की अपरिहार्यता बताते हुए वह मिशन-2024 के लिए चुनावी माहौल गढ़ गए।

संपर्क महाभियान की तैयारी में जान डाल गए सीएम योगी

केंद्र में नरेंद्र मोदी सरकार के नौ वर्ष पूरे होने पर संपर्क महाभियान के जरिये 2024 के लोकसभा चुनाव की तैयारी में जुटी भाजपा के मुख्यमंत्री योगी का यह दौरा अभियान में जान डालने वाला रहा। मंगलवार को गोरखपुर पहुंचने के बाद से ही मुख्यमंत्री चुनावी मोड में दिखे। पहले ही दिन दिग्विजयनाथ पार्क में आयोजित जनसभा और शिलान्यास व लोकार्पण कार्यक्रम में उन्होंने भाजपा कार्यकर्ताओं को प्रदेश की सभी 80 सीटों को जीतने का लक्ष्य दे दिया। जाहिर है कि इस लक्ष्य की घोषणा की पीछे उनका उद्देश्य कार्यकर्ताओं को अभी से चुनावी रण कूद जाने के लिए प्रेरित करना था।

अंबेडकरनगर व बलिया में भी सीएम ने भरी हुंकार

अंबेडकरनगर से जनसभा करने के बाद गोरखपुर पहुंचे मुख्यमंत्री ने दूसरे दिन बलिया का दौरा किया और वहां भी चुनावी हुंकार भरी। वहां भी हजारों करोड़ की विकासवादी परियोजनाओं का लोकार्पण-शिलान्यास किया। साथ ही कार्यकर्ताओं से लेकर जनता तक को यह बताने की सफल कोशिश की कि केंद्र का रास्ता उत्तर प्रदेश से होकर गुजरता है। ऐसे में उन्हें केंद्र में भाजपा की सरकार बनाने में एक बार फिर महती भूमिका निभानी होगी। इसके लिए अभी से खुद को तैयार करना होगा।

योग के जरिये भी बताया मोदी सरकार का महत्व

अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर गोरखनाथ मंदिर में योग शिविर के मंच से मुख्यमंत्री का संबोधन भी कुछ हद तक चुनावी ही रहा। योग पर संदेश के जरिये भी उन्होंने मोदी सरकार के लिए जनता को साधा। बताया कि वह मोदी ही हैं, जिनके प्रयास से आज भारतीय ऋषि परंपरा से निकले योग की पूरी दुनिया दीवानी हो गई है। योग को अंतरराष्ट्रीय मंच पर प्रतिस्थापित करने के लिए प्रधानमंत्री के प्रति आभार ज्ञापित करते हुए उन्होंने अप्रत्यक्ष रूप से एक बार फिर मोदी को चुनने की अपील की।

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