'निर्दोषों को मुआवजा, दोषियों पर सख्त कार्रवाई होगी', नागपुर हिंसा पर बोले अल्पसंख्यक आयोग के अध्यक्ष प्यारे खान

नागपुर, 20 मार्च (आईएएनएस)। महाराष्ट्र अल्पसंख्यक आयोग के अध्यक्ष प्यारे खान ने नागपुर में हाल ही में हुई हिंसा और तनाव की घटना पर टिप्पणी की। गुरुवार को मीडिया से बातचीत के दौरान उन्होंने इस मामले में पुलिस प्रशासन, सरकार और नागरिकों की भूमिका पर प्रकाश डालते हुए कहा कि जिन लोगों के साथ अन्याय हुआ है, उन्हें 48 घंटे के भीतर मुआवजा मिलना चाहिए।
प्यारे खान ने कहा कि पीड़ितों को मुआवजा दिलाने के लिए वह प्रदेश के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस से चर्चा करेंगे और हिंसा भड़काने वालों तथा अन्य आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग करेंगे। खान ने पुलिस आयुक्त और जिलाधिकारी के साथ इस मुद्दे पर चर्चा करने की बात कही। उन्होंने कहा कि नागपुर में सभी धर्मों के त्योहारों को मिलजुलकर मनाने की परंपरा रही है और इस घटना के बाद भी कोई अप्रिय स्थिति उत्पन्न नहीं होगी। उन्होंने कहा कि जिन लोगों का नुकसान हुआ है, उन्हें तुरंत मुआवजा मिले और निर्दोष लोगों को रिहा किया जाए। इसके साथ ही जो अपराधी हैं, उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई हो, इस पर पुलिस आयुक्त से बात हुई है।
पुलिस-प्रशासन की तारीफ करते हुए खान ने कहा कि उन्होंने इस मामले को बहुत शांतिपूर्वक संभाला है। पुलिस आयुक्त ने भरोसा दिया है कि निर्दोष व्यक्तियों पर कोई कार्रवाई नहीं होगी और दोषियों को सख्त सजा मिलेगी। पुलिस पर आरोप लगाने की बजाय उनका सम्मान करना चाहिए। सोशल मीडिया पर फैल रही झूठी अफवाहों पर चिंता जताते हुए उन्होंने कहा कि कुछ उत्साही युवक अफवाहों के चलते गलत कदम उठा लेते हैं, लेकिन नागपुर में ऐसी कोई गंभीर स्थिति नहीं है। पुलिस पूरी जांच कर रही है और जो लोग हिंसा भड़काने या छिपकर हिंसा करवाने में शामिल हैं, वे बच नहीं पाएंगे। खान ने कहा कि अगर किसी के साथ पुलिस की ओर से अन्याय हुआ है, तो वे आयोग के पास शिकायत दर्ज करा सकते हैं। इसके अलावा, हिंदू और मुस्लिम समाज दोनों की ओर से मिली शिकायतों की निष्पक्ष जांच का आश्वासन दिया गया।
उन्होंने स्पष्ट किया कि सरकार ने न्याय सुनिश्चित करने के लिए आयोग का गठन किया है। सरकार का उद्देश्य विकास करना है, दंगे कराना नहीं। मुआवजा दिलाने के लिए मैं मुख्यमंत्री से भी बात करूंगा। उन्होंने इस घटना को लेकर लगे धब्बे को मिटाने की अपील करते हुए कहा कि इस साल हिंदू-मुस्लिम मिलकर ईद मनाएंगे और इस धब्बे को खत्म करेंगे। साथ ही, उन्होंने यह भी साफ किया कि यह दंगा औरंगजेब को लेकर नहीं हुआ। उन्होंने कहा कि अगर कोई भूल-चूक हुई होगी, तो पुलिस आयुक्त की रिपोर्ट के बाद ही इस पर बात करना उचित होगा।
वहीं, अपने आलोचकों को लेकर खान ने कहा कि मुझ पर आरोप लगाने वाले लगाते रहेंगे। हर कोई 100 फीसदी मुझसे या प्रशासन से खुश नहीं हो सकता, लेकिन सभी को सच्चाई की परख करनी चाहिए। उन्होंने आयोग की ओर से पुलिस प्रशासन के साथ मिलकर इस मामले को सुलझाने की प्रतिबद्धता जताई और कहा कि कर्फ्यू को पूरी तरह हटाने पर भी पुलिस आयुक्त से चर्चा हुई है।
–आईएएनएस
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