महाकुंभ नगर, 29 जनवरी (आईएएनएस)। महाकुंभ में मची भगदड़ को लेकर नागौर के श्री राम धाम पादु कला के महामंडलेश्वर संत दास महाराज और महामंडलेश्वर रामपुरी दास ने आईएएनएस से बातचीत की। उन्होंने इस हादसे पर गंभीर चिंता जताते हुए कई अहम बातें की और जांच की मांग की।
महामंडलेश्वर संत दास महाराज ने हादसे को सनातन धर्म को बदनाम करने की सोची-समझी साजिश बताया।
उन्होंने कहा कि यह हादसा हमारे सनातन धर्म को नीचा दिखाने के लिए सनातन विरोधियों का एक षड्यंत्र हो सकता है। सीएम योगी आदित्यनाथ ने महाकुंभ मेले को अच्छे तरीके से संपन्न कराने का जो वादा किया था, वह पूरा नहीं हो पाया और हमें इस पर दुख है। इस हादसे की वजह से कई श्रद्धालु अमृत स्नान से वंचित रह गए, जबकि जो पहुंचे भी, वह अपने अखाड़े के साथ स्नान नहीं कर पाए।
उन्होंने आगे कहा कि हमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से निवेदन करना चाहिए कि वह केंद्रीय सुरक्षा एजेंसियों को महाकुंभ की जिम्मेदारी सौंपें, ताकि ऐसे हादसे दोबारा न हों। सीएम योगी को संतों की सुरक्षा के लिए ठोस कदम उठाने चाहिए थे, लेकिन मेला प्रशासन की सुरक्षा व्यवस्था नाकाम रही। उन्होंने इस मामले की सीबीआई जांच कराने की मांग करते हुए कहा कि यह हो सकता है कि कुछ तत्वों ने महाकुंभ मेले को बाधित करने के लिए यह साजिश रची हो।
महामंडलेश्वर रामपुरी दास ने भी इस हादसे पर गहरी चिंता जताई। उन्होंने कहा कि मौनी अमावस्या के स्नान में जन सैलाब बहुत बड़ा था और प्रशासन ने पूरी कोशिश की थी कि कोई हादसा न हो, लेकिन फिर भी स्थिति पर नियंत्रण नहीं पाया जा सका और यह दुखद घटना घटित हो गई। अब हमें आगे आने वाले स्नानों के दौरान और अधिक सतर्कता बरतने की आवश्यकता है। प्रशासन को भी विशेष ध्यान देना चाहिए, ताकि भविष्य में ऐसी घटनाएं न हों।
रामपुरी दास ने इस हादसे के लिए न तो जनता को जिम्मेदार ठहराया और न ही प्रशासन को। उन्होंने कहा कि यह एक सामान्य स्थिति थी, जहां बहुत बड़ी संख्या में लोग एकत्रित थे। यही कारण था कि भारी भीड़ के कारण यह हादसा हुआ।
–आईएएनएस
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