अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस : नेपाल में 5000 से अधिक लोगों ने किया योग

अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस : नेपाल में 5000 से अधिक लोगों ने किया योग

नई दिल्ली, 21 जून (आईएएनएस)। भारत और नेपाल के बीच गहरे सांस्कृतिक संबंध हैं। नेपाल में भारतीय दूतावास और बीरगंज में भारत के महावाणिज्य दूतावास ने 10 शहरों और नगर पालिकाओं में 10वां अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस मनाया जिसमें 5000 से अधिक योग साधकों ने हिस्सा लिया।

अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर काठमांडू, पोखरा, लामजंग, लुम्बिनी, जनकपुर, चितवन, बीरगंज, हेतौडा, गौर और पोखरिया में कार्यक्रम आयोजित किए गए।

रंगशाला स्टेडियम में आयोजित इस कार्यक्रम में गंडकी प्रांत के मुख्यमंत्री सुरेन्द्र राज पांडे और पोखरा मेट्रोपॉलिटन सिटी के मेयर धनराज आचार्य भी उपस्थित थे, जिन्होंने इस बड़े पैमाने पर आयोजित समारोह के लिए आभार व्यक्त किया और साथ ही दोनों देशों के बीच सांस्कृतिक संबंधों को और मजबूत करने के लिए इसे एक वार्षिक कार्यक्रम बनाने के महत्व पर बल दिया।

नेपाल में भारत के राजदूत नवीन श्रीवास्तव ने भी स्वयं और समाज के लिए योग के लाभों पर प्रकाश डाला तथा इसे भारत और नेपाल के बीच एक महत्वपूर्ण सांस्कृतिक संबंध बताया।

गुरुवार को भी नेपाल में कई स्थानों पर योग कार्यक्रम आयोजित किए गए, जिनमें पोखरा में सारंगकोट, पुमडीकोट शिव मंदिर और शांति स्तूप शामिल हैं। लुम्बिनी में 900 से अधिक प्रतिभागियों के साथ बड़े पैमाने पर योग कार्यक्रम आयोजित किया गया। कार्यक्रम में लुम्बिनी के मुख्यमंत्री जोख बहादुर महारा और अन्य प्रांतीय नेता भी शामिल हुए।

इससे पहले 19 जून को पोखरा में फेवा झील के किनारे योग कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में 450 से अधिक प्रतिभागियों ने भाग लिया था। इसके अतिरिक्त, आयुर्वेदिक डॉक्टरों ने पोखरा विश्वविद्यालय में छात्रों और शिक्षकों के लिए योग सत्र का नेतृत्व किया, जिसमें मानव चेतना और प्रकृति के बीच एक सेतु के रूप में योग की भूमिका पर जोर दिया गया।

इसके अलावा पशुपतिनाथ मंदिर में भी एक विशेष कार्यक्रम आयोजित किया गया, जिसमें मानव तस्करी को रोकने के लिए समर्पित मैती नेपाल की लड़कियों के लिए योग और आयुर्वेद के स्वास्थ्य लाभों पर एक व्याख्यान-शामिल था।

समारोह के समापन पर भारतीय दूतावास 22 जून को भी मध्य नेपाल नगर पालिका के सहयोग से सुंदर लामजुंग जिले में योग कार्यक्रम का आयोजन करेगा।

–आईएएनएस

एमकेएस/एसकेपी

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