पश्चिमी विक्षोभ के असर से बुधवार देर रात शुरू हुई आंधी एवं वर्षा ने उत्तर भारत के अधिकतर हिस्सों में गर्मी के तेवर ढीले किए। राजधानी दिल्ली, हरियाणा, पंजाब, राजस्थान, बिहार, उत्तर प्रदेश, झारखंड सहित ज्यादातर राज्यों में लगातार बढ़ रहा तापमान नीचे आया और लोगों ने राहत की सांस ली।
मौसम विभाग का कहना है कि अभी दो दिन समूचे उत्तर भारत में लू से राहत बनी रहेगी, रविवार से फिर गर्मी जोर पकड़ सकती है। बुधवार रात साढ़े 10 बजे के आसपास राजधानी दिल्ली में 60 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से धूल भरी तेज आंधी चली, साथ ही कहीं बूंदाबांदी और कहीं हल्की वर्षा भी हुई। गुरुवार सुबह भी हवा में अपेक्षाकृत ठंडक थी और कहीं कहीं हल्की वर्षा हुई। इससे धूप की चुभन पहले से कम रही।
दिल्ली के न्यूनतम तापमान में छह डिग्री की गिरावट दर्ज
गुरुवार को दिल्ली के न्यूनतम तापमान में एक दिन पहले के मुकाबले छह डिग्री की गिरावट दर्ज की गई। इसी तरह अधिकतम तापमान में भी चार डिग्री की गिरावट देखने को मिली। 38 दिनों बाद ऐसा भी पहली बार देखने को मिला, जब दिल्ली के ज्यादातर इलाकों का अधिकतम तापमान 40 डिग्री से नीचे रिकॉर्ड किया गया। उधर, हैरत की बात यह भी रही कि 40 डिग्री तापमान में भी उमस के कारण दिल्ली में हीट इंडेक्स 52 पहुंच गया, जिसके चलते उमस भरी गर्मी ने परेशान किया।
जून में पहली बार लखनऊ के अधिकतम तापमान में बड़ी गिरावट
उत्तर प्रदेश के कई जिलों में बुधवार रात से शुरू हुई बूंदाबांदी-आंधी और बादलों की सक्रियता से लोगों को कुछ राहत मिली। गुरुवार को जून में पहली बार लखनऊ के अधिकतम तापमान में बड़ी गिरावट दर्ज की गई। न्यूनतम तापमान 6.5 डिग्री लुढ़क कर 37.8 डिग्री सेल्सियस हो गया। लगभग 20 से अधिक जिलों में दिन का पारा 40 डिग्री के नीचे दर्ज किया गया। बिहार में मानसून का प्रभाव होते ही बुधवार की देर रात पटना सहित कई जिलों में मानसून की पहली वर्षा ने लोगों को गर्मी से राहत दी।
पटना सहित 30 जिलों का अधिकतम तापमान 40 डिग्री सेल्सियस से नीचे
गुरुवार को पटना सहित 30 जिलों का अधिकतम तापमान 40 डिग्री सेल्सियस से नीचे रहा। मौसम विभाग के पूर्वानुमान के अनुसार शुक्रवार को पटना सहित अधिकतर भागों में बादल छाए रहेंगे, कुछ स्थानों पर मेघ गर्जन व छिटपुट वर्षा की संभावना है। झारखंड में राजधानी रांची समेत बोकारो, गुमला, गढ़वा, हजारीबाग, खूंटी, कोडरमा, लोहरदगा, रामगढ़ और सिमडेगा में गुरुवार को दिनभर बादल छाए रहने के बाद शाम में लगभग एक घंटे की झमाझम वर्षा हुई।
पिछले एक महीने से जारी हीटवेव का असर लगभग समाप्त
इसी के साथ पिछले एक महीने से जारी हीटवेव का असर लगभग समाप्त हो गया। मौसम विज्ञान केंद्र के अनुसार राज्य का औसत तापमान 40 से नीचे लुढकर 36 डिग्री के करीब आ गया है।उधर, मध्य प्रदेश में भी मौसम पहले से नरम हुआ है। प्री-मानसूनी गतिविधियों की वजह से कई शहरों में बूंदाबांदी हुई और पूरे प्रदेश को लू से राहत मिली। मौसम विभाग ने भोपाल, नर्मदापुरम, जबलपुर, शहडोल, इंदौर, उज्जैन एवं सागर संभाग के जिलों में आगामी दिनों में कहीं-कहीं आंधी के साथ तेज बौछारें पड़ने का पूर्वानुमान जताया है। विभाग का कहना है कि प्रदेश में 24 जून तक मानसून आमद दर्ज करा सकता है।
पंजाब के अधिकतर जिलों में दिन भर बादल छाए रहे
पंजाब में मौसम का मिजाज बदलने से अधिकतम तापमान में लगभग छह डिग्री सेल्सियस की गिरावट दर्ज की गई। राज्य के अधिकतर जिलों में दिन भर बादल छाए रहे। मौसम विभाग के अनुसार शुक्रवार को भी राज्य के कई जिलों में हल्की वर्षा हो सकती है। उधर, राजस्थान में भी कई जिलों में वर्षा की सूचना है। राजधानी जयपुर में दोपहर से वर्षा का दौर शुरू हुआ, जो शाम तक जारी रहा। बीकानेर, दौसा, टोंक जिलों में भी बूंदाबंदी हुई।
मानसून उत्तर की ओर बढ़ा, छत्तीसगढ़ और विदर्भ तक पहुंचा
दक्षिण पश्चिम मानसून ने 10 दिनों की धीमी चाल के बाद गुरुवार को उत्तर की ओर बढ़ना शुरू कर दिया। यह ओडिशा, छत्तीसगढ़ और विदर्भ के बड़े हिस्से के साथ-साथ उत्तर पश्चिम बंगाल की खाड़ी, उप हिमालयी बंगाल और बिहार के कुछ हिस्से में पहुंच गया है। इससे इन क्षेत्रों में बारिश हुई और गर्मी से जूझ रहे इलाकों को राहत मिली। आइएमडी के आंकड़ों से पता चलता है कि इस मानसून सीजन में देश में सामान्य से 17 प्रतिशत कम वर्षा हुई है। एक से 20 जून के बीच 92.8 एमएम की सामान्य वर्षा की तुलना में 77 एमएम वर्षा हुई।
बिहार में अभी गर्मी का प्रकोप जारी, लू से तीन की मौत
तापमान में हुए आंशिक परिवर्तन के बाद भी बिहार में गर्मी का प्रकोप जारी है। गुरुवार को भी गया में दो और आरा (भोजपुर) में एक सीआरपीएफ जवान की लू लगने से मौत हो गई। गया के अनुग्रह नारायण मगध मेडिकल कालेज एवं अस्पताल के लू वार्ड में 26 लोगों का उपचार चल रहा है।
यूपी में वज्रपात व आंधी-पानी में गई चार की जान, चार की लू से मौत
उत्तर प्रदेश में भीषण गर्मी और लू के बाद अब वज्रपात और आंधी-पानी के कारण भी मौतों की श्रृंखला बननी शुरू हो गई है। मीरजापुर में गुरुवार सुबह वज्रपात की चपेट में आने से एक व्यक्ति की मौत हो गई। बलिया में गंगा नदी में मछली पकड़ने के दौरान तेज आंधी में नौका पलटने से डूबकर एक की मौत हो गई। बरेली में आंधी के दौरान छत गिरने से मजदूर और बदायूं में रास्ते पर पेड़ गिरने से कार सवार की मृत्यु हो गई। वहीं, लू की चपेट में आने से हापुड़ में तीन और चंदौली में एक की मृत्यु हुई है। हालांकि, लू से मौतों की आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है।