नई दिल्ली, 27 मई (आईएएनएस)। साइबर अपराधियों की ओर से 2023 में भारतीय कंपनियों पर औसत 9,000 साइबर हमले प्रतिदिन किए गए हैं। सोमवार को जारी हुई एक रिपोर्ट में ये खुलासा किया गया।
साइबर सिक्योरिटी कंपनी कैस्परस्काई के मुताबिक, 2023 में भारतीय कंपनियों पर करीब 30 लाख से ज्यादा हमले साइबर अपराधियों की ओर से जनवरी से दिसंबर के बीच में किए गए हैं। इसमें 2022 में तुलना में 47 प्रतिशत की बढ़त देखी गई है।
कैस्परस्काई के भारत के जनरल मैनेजर जयदीप सिंह ने कहा कि सरकार स्थानीय डिजिटल अर्थव्यवस्था और इंफ्रास्ट्रक्चर पर काफी फोकस कर रही है। ऑनलाइन हमलों को देखते हुए भारतीय कंपनियों को साइबर सिक्योरिटी को प्रमुखता से लेना होगा।
आगे कहा कि अगर कंपनियां साइबर सिक्योरिटी को प्राथमिकता में लेने में विफल रहती हैं तो वे डिजिटलीकरण का फायदा पूरी तरह से नहीं उठा पाएंगी। अब सक्रिय कदम उठाने और संभावित साइबर खतरों से बचाव का समय आ गया है।
रिपोर्ट में बताया गया कि वेब आधारित खतरे और ऑनलाइन अटैक, साइबर सुरक्षा के तहत एक कैटेगरी है। इसकी मदद से कई साइबर अपराधी कंपनियों को निशाना बनाते हैं।
एंड यूजर की लापरवाही, वेब सर्विस डेवलपर/ऑपरेटर के कारण वेब अटैक का खतरा हो सकता है।
सिंह ने आगे कहा कि 2024 में भारतीय कंपनियों को अपने साइबर सुरक्षा के स्तर को बढ़ाना होगा। वो दिन चले गए जब केवल फायरबॉल और एंडप्वाइंट्स सॉल्यूशंस के माध्यम से आसानी से साइबर सुरक्षा की जा सकती है।
उन्होंने आगे बताया कि ऐसी संस्थाएं जिनके पास काफी ज्यादा बड़ी संख्या में डेटा है, उनती छवि को इस प्रकार के साइबर अटैक बड़ा नुकसान पहुंचा सकते हैं। साथ ही उन्हें बड़ा वित्तीय नुकसान भी हो सकता है। आज के समय में सभी संस्थाओं को एक अनुकूल और इंटेलिजेंस अप्रोच वाले साइबर सिक्योरिटी सॉल्यूशन और सर्विसेज की आवश्यकता है।
–आईएएनएस
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