भारत के पहले प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू को उनकी 60वीं पुण्यतिथि परकांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे और कांग्रेस संसदीय दल की अध्यक्ष सोनिया गांधी और अजय माकन ने दिल्ली में उनके स्मारक ‘शांति वन’ पहुंचकर पुष्पांजलि अर्पित की। कांग्रेस ने इसका वीडियो शेयर करते हुए एक्स हैंडल पर लिखा,
देश के प्रथम प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू जी की पुण्यतिथि पर कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने ‘शांति वन’ पहुंचकर उन्हें भावपूर्ण श्रद्धांजलि अर्पित की। अपनी दूरदर्शिता और कुशल नेतृत्व से भारत को सामाजिक, वैज्ञानिक, आर्थिक, औद्योगिक व विभिन्न क्षेत्रों में आगे ले जाने वाले ‘हिंद के जवाहर’ को नमन।
राहुल गांधी ने किया पोस्ट
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने भी देश के पहले प्रधानमंत्री को उनकी पुण्यतिथि पर याद किया और लिखा- आधुनिक भारत के शिल्पकार, देश के प्रथम प्रधानमंत्री, पंडित जवाहरलाल नेहरू जी की पुण्यतिथि पर उन्हें सादर नमन।
एक दूरदर्शी व्यक्ति के रूप में उन्होंने अपना संपूर्ण जीवन- स्वतंत्रता आंदोलन, लोकतंत्र स्थापन, धर्मनिरपेक्षता और संविधान की नींव रखते हुए भारत निर्माण के लिए समर्पित किया। उनके मूल्य सदैव हमारा मार्गदर्शन करते रहेंगे।
खरग ने अपने एक्स पोस्ट में पंडित जवाहरलाल नेहरू के योगदान का जिक्र किया। उन्होंने लिखा,
भारत का इतिहास आधुनिक भारत के निर्माता, वैज्ञानिक, आर्थिक, औद्योगिक और विभिन्न क्षेत्रों में भारत को आगे ले जाने वाले, लोकतंत्र के समर्पित संरक्षक, देश के पहले प्रधान मंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू के अतुलनीय योगदान के बिना अधूरा है। स्वतंत्र भारत और हमारे प्रेरणा स्रोत, ‘भारत के रत्न’ को उनकी पुण्य तिथि पर हमारी विनम्र श्रद्धांजलि।
देश की रक्षा, देश की प्रगति, देश की एकता हमारा राष्ट्रीय कर्तव्य है। हम अलग-अलग धर्मों का पालन कर सकते हैं, अलग-अलग राज्यों में रह सकते हैं, अलग-अलग भाषाएं बोल सकते हैं, लेकिन इससे बीच में दीवार नहीं बननी चाहिए। हमें…सभी लोगों को प्रगति के समान अवसर मिलने चाहिए। हम नहीं चाहते कि हमारे देश में कुछ लोग बहुत अमीर हों और अधिकांश लोग गरीब हों।
कांग्रेस अध्यक्ष ने इस बात पर भी जोर दिया कि कांग्रेस पार्टी आज भी न्याय’ के उसी रास्ते पर चल रही है। वहीं, पीएम नरेंद्र मोदी ने भी एक्स पर पोस्ट कर पंडित जवाहर लाल नेहरू को श्रद्धांजलि दी।
जवाहरलाल नेहरू, एक स्वतंत्रता सेनानी, जिन्होंने भारत के स्वतंत्रता आंदोलन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई, 1947 में स्वतंत्रता के बाद भारत के पहले प्रधान मंत्री बने। नेहरू 16 वर्ष से अधिक समय तक इस पद पर रहे और 27 मई 1964 को दिल का दौरा पड़ने से उनकी मृत्यु हो गई। उनके बाद लाल बहादुर शास्त्री ने भारत के दूसरे प्रधान मंत्री के रूप में पदभार संभाला।
नेहरू को भारत के गुटनिरपेक्ष आंदोलन (NAM) का प्रणेता माना जाता है। बच्चों के प्रति उनके प्रेम के कारण उन्हें ‘चाचा नेहरू’ भी कहा जाता है और उनकी जयंती 14 नवंबर को भारत में हर साल बाल दिवस के रूप में भी मनाया जाता है।