उत्तर प्रदेश में लोकसभा चुनाव- 2024 के चौथे चरण की 13 सीट और विधानसभा उपचुनाव की एक सीट के लिए कल 13 मई को मतदान होगा। चौथे चरण के 13 लोकसभा निर्वाचन क्षेत्रों में शाहजहांपुर (आरक्षित), खीरी, धौरहरा, सीतापुर, हरदोई (आरक्षित), मिश्रिख (आरक्षित), उन्नाव, फर्रुखाबाद, इटावा (आरक्षित), कन्नौज, कानपुर, अकबरपुर, बहराइच (आरक्षित) लोकसभा सीटें आती हैं। चौथे चरण की 13 लोकसभा सीटों में 8 सीटें सामान्य श्रेणी की हैं और 5 सीट अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित है।
2 करोड़ 46 लाख से अधिक मतदाता करेंगे 130 उम्मीदवारों की चुनावी तकदीर का फैसला
लोकसभा चुनाव के चौथे चरण के इन सभी लोकसभा निर्वाचन क्षेत्रों के लिए 130 प्रत्याशी चुनाव मैदान में हैं। इन उम्मीदवारों की चुनावी तकदीर का फैसला दो करोड़ 46 लाख से अधिक मतदाता करेंगे। उत्तर प्रदेश के मुख्य निर्वाचन अधिकारी नवदीप रिणवा ने बताया कि लोकसभा सामान्य निर्वाचन-2024 में चतुर्थ चरण के अंतर्गत प्रदेश में 13 मई, सोमवार को 13 लोकसभा निर्वाचन क्षेत्रों तथा ददरौल (शाहजहांपुर जिला) विधानसभा उप निर्वाचन-2024 के लिए मतदान होगा। ददरौल विधानसभा उपचुनाव के लिए 10 प्रत्याशी चुनाव मैदान में हैं। ददरौल विधानसभा सीट पर 2022 में भारतीय जनता पार्टी के टिकट पर निर्वाचित मानवेंद्र सिंह के निधन की वजह से उप चुनाव हो रहा है । जहां भाजपा ने दिवंगत मानवेंद्र सिंह के पुत्र अरविंद सिंह और सपा ने पूर्व मंत्री अवधेश वर्मा को उम्मीदवार बनाया है । इस बीच राजनीतिक दलों ने एक दूसरे प्रतिद्वंद्वी पर जमकर तीर चलाए और अलग-अलग दावे किए।
कन्नौज से अखिलेश यादव की दांव पर प्रतिष्ठा
चौथे चरण में समाजवादी पार्टी (सपा) के प्रमुख अखिलेश यादव की कन्नौज सीट पर प्रतिष्ठा दांव पर है। कन्नौज में सपा प्रमुख अखिलेश यादव और मौजूदा भाजपा सांसद सुब्रत पाठक के बीच टक्कर है, जबकि उन्नाव में मौजूदा भाजपा सांसद साक्षी महाराज (स्वामी सच्चिदानंद हरि साक्षी) का मुकाबला सपा की अन्नू टंडन से है। भाजपा के चार उम्मीदवार – केंद्रीय मंत्री अजय मिश्रा टेनी (खीरी), रेखा वर्मा (धौरहरा), मुकेश राजपूत (फर्रुखाबाद) और देवेन्द्र सिंह उर्फ भोले (अकबरपुर) जीत की हैट्रिक पर नजर गड़ाए हुए हैं, जबकि राजेश वर्मा सीतापुर से पांचवीं बार जीतने के लिए मुकाबले में हैं।
खीरी में केन्द्र द्वारा समाप्त किए तीन कृषि कानूनों के विरोध के दौरान हुई हिंसा से सुर्खियों में आये केन्द्रीय राज्य मंत्री अजय मिश्र टेनी के पुत्र पर वर्ष 2021 में किसान आंदोलन के दौरान चार किसानों को एसयूवी से कुचलने का आरोप है। चौथे चरण का इलाका खासतौर पर सपा के प्रभाव वाला माना जाता है। हालांकि 2019 में कन्नौज में अखिलेश यादव की पत्नी डिंपल यादव चुनाव हार गई थीं। विपक्षी दलों के समूह इंडिया गठबंधन के घटक दल समाजवादी पार्टी और कांग्रेस के नेताओं ने चौथे चरण में सत्तारूढ़ भाजपा पर जमकर हमला बोला।