शी चिनफिंग का "सांस्कृतिक रूप से मजबूत देश के निर्माण में तेजी लाना" शीर्षक लेख प्रकाशित


बीजिंग, 16 अप्रैल (आईएएनएस)। चीन की कम्युनिस्ट पार्टी (सीपीसी) की केंद्रीय समिति के महासचिव शी चिनफिंग का एक लेख 16 अप्रैल को प्रकाशित किया गया, जिसमें सांस्कृतिक रूप से मजबूत देश के निर्माण में तेजी लाने पर प्रकाश डाला गया है।

चीन के राष्ट्रपति और केंद्रीय सैन्य आयोग के अध्यक्ष शी चिनफिंग का यह लेख सीपीसी केंद्रीय समिति की प्रमुख पत्रिका “छ्युशी” जर्नल के इस साल के 8वें अंक में प्रकाशित किया गया है।

“सांस्कृतिक रूप से मजबूत देश के निर्माण में तेजी लाना” शीर्षक के इस लेख में कहा गया कि सांस्कृतिक रूप से मजबूत देश का निर्माण चीनी शैली के आधुनिकीकरण अभियान की समग्र स्थिति, चीनी राष्ट्र के कायाकल्प के महान कार्य और अंतर्राष्ट्रीय प्रतिस्पर्धात्मकता के सुधार से संबंधित है। हमें 2035 तक एक सांस्कृतिक रूप से मजबूत देश के निर्माण वाले रणनीतिक लक्ष्य को प्राप्त करना चाहिए, मार्क्सवाद को मूल मार्गदर्शक विचारधारा के रूप में अपनाना चाहिए, अपने आप को गहन और व्यापक चीनी सभ्यता में निहित होना चाहिए और सूचना प्रौद्योगिकी के विकास की प्रवृत्ति का अनुसरण करना चाहिए।

साथ ही, हमें लगातार चीनी विशेषताओं वाले समाजवादी संस्कृति के नए युग का विकास करना चाहिए, जिसमें मजबूत वैचारिक नेतृत्व, आध्यात्मिक सामंजस्य, मूल्य अपील और अंतर्राष्ट्रीय प्रभाव हो, लोगों की आध्यात्मिक शक्ति को लगातार बढ़ाना चाहिए, एक मजबूत देश और राष्ट्रीय कायाकल्प के निर्माण के लिए ठोस सांस्कृतिक आधार रखना चाहिए।

लेख में पांच पहलुओं से सांस्कृतिक रूप से शक्तिशाली देश के निर्माण को गति देने की व्यवस्था की गई है। सर्वप्रथम, चीनी विशेषताओं वाले सांस्कृतिक विकास के मार्ग पर अडिग होकर चलें। इस मार्ग की सबसे आवश्यक विशेषता चीनी कम्युनिस्ट पार्टी के नेतृत्व को कायम रखना है।

दूसरा, संपूर्ण राष्ट्र में सांस्कृतिक नवाचार और रचनात्मकता को प्रोत्साहित करने पर ध्यान केंद्रित करें। संस्कृति की जीवंतता नवाचार और सृजन में निहित है। सक्रिय रूप से एक अच्छी सांस्कृतिक पारिस्थितिकी का निर्माण करना चाहिए, सांस्कृतिक नवाचार और रचनात्मकता को लगातार बढ़ावा देना आवश्यक है। इसके साथ ही, संस्कृति और प्रौद्योगिकी के एकीकरण के लिए प्रभावी तंत्रों का पता लगाना, सांस्कृतिक निर्माण के डिजिटल सशक्तीकरण और सूचना-आधारित परिवर्तन को साकार करना भी जरूरी है।

तीसरा, हमें हमेशा इस बात पर जोर देना चाहिए कि सांस्कृतिक निर्माण लोगों पर केंद्रित हो और लोगों पर आधारित हो। सांस्कृतिक सेवाएं और सांस्कृतिक उत्पाद प्रदान करने की अपनी क्षमता को बढ़ाना चाहिए, प्रतिभा संवर्धन और टीम निर्माण को एक महत्वपूर्ण और जरूरी रणनीतिक कार्य के रूप में लेना चाहिए और एक उच्च स्तरीय सांस्कृतिक प्रतिभा टीम का निर्माण करना चाहिए, जो बड़े पैमाने पर हो, संरचना में तर्कसंगत हो और सृजनात्मक हो।

चौथा, रचनात्मक परिवर्तन और नवीन विकास के माध्यम से चीनी सांस्कृतिक विरासत को जारी रखना। समकालीन चीनी कम्युनिस्टों का यह ऐतिहासिक उत्तरदायित्व और पवित्र मिशन है कि वे चीनी सभ्यता के खजाने की रक्षा, संवर्धन और विकास करें।

पांचवां, देश की सांस्कृतिक सॉफ्ट पावर और चीनी संस्कृति के प्रभाव को लगातार बढ़ाना। वर्तमान में, विश्व एक शताब्दी लंबे परिवर्तन से गुजर रहा है, तथा राष्ट्रीय सांस्कृतिक प्रभाव के लिए प्रतिस्पर्धा लगातार तीव्र होती जा रही है। हमें विश्व के साथ संवाद करने के लिए संस्कृति का उपयोग करने की अवधारणा को मजबूत करना चाहिए और विभिन्न प्रकार के अंतर्राष्ट्रीय सांस्कृतिक आदान-प्रदान और सहयोग को व्यापक रूप से आगे बढ़ाना चाहिए।

(साभार- चाइना मीडिया ग्रुप, पेइचिंग)

–आईएएनएस

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