भाजपा का साइलेंट रिवोल्यूशन बना 'महिला फैक्टर', जानें कैसे 'केजरीवाल के वादे' के आगे 'मोदी की गारंटी' पर महिलाओं ने किया यकीन


नई दिल्ली, 8 फरवरी (आईएएनएस)। दिल्ली विधानसभा चुनाव के नतीजे सामने आ गए हैं। यहां भाजपा ने प्रचंड जीत दर्ज की है। 70 विधानसभा सीटों वाले केंद्रशासित प्रदेश में भाजपा के हिस्से में 48 सीटें आई है। जबकि, 22 सीटों पर आम आदमी पार्टी (आप) को जीत मिली है और कांग्रेस एक बार फिर अपना खाता खोलने में नाकाम रही है।

दिल्ली चुनाव में पहली बार पुरुषों से ज्यादा महिला मतदाताओं ने वोट डाले। इस बार महिला मतदाताओं ने 60.92 प्रतिशत, जबकि पुरुषों ने 60.21 प्रतिशत मतदान किया। इस चुनाव में मतदान करने वाले मतदाताओं की कुल संख्या 94,51,997 थी, जिसमें से 50,42,988 पुरुष, 44,08,606 महिलाएं और 403 अन्य श्रेणी के मतदाता थे।

ऐसे में भाजपा की इस प्रचंड जीत में ‘महिला फैक्टर’ सबसे ज्यादा हावी रहा। महिला मतदाताओं ने इस बार आम आदमी पार्टी से ज्यादा भरोसा भाजपा के चुनावी वादों पर दिखाया। 2020 के चुनाव में, इसी दिल्ली में आम आदमी पार्टी की तरफ से महिलाओं के लिए मुफ्त यात्रा योजना का उसकी जीत में महत्वपूर्ण योगदान रहा था। इस बार भी महिला मतदाताओं के लिए वादों का पिटारा ‘आप’ की तरफ से खोला गया, जिसमें महिलाओं की फ्री बस सेवा जारी रखना और ‘महिला सम्‍मान योजना’ के तहत महिलाओं को 2,100 रुपए प्रतिमाह देने का वादा किया गया।

ऐसा ही वादा कांग्रेस की तरफ से भी महिला मतदाताओं को लुभाने के लिए किया गया, जिसमें ‘प्यारी दीदी योजना’ के तहत महिलाओं को प्रतिमाह 2,500 रुपए देने का और ‘महंगाई मुक्ति योजना’ के तहत 500 रुपए में सिलेंडर देने का वादा शामिल था।

जबकि, भाजपा ने आम आदमी पार्टी सरकार की तरफ से दी जा रही फ्री बिजली, फ्री पानी, महिलाओं के लिए फ्री बस जैसी योजनाओं को जारी रखने का आश्वासन देने के साथ, ‘महिला समृद्धि योजना’ के तहत महिलाओं को प्रतिमाह 2,500 रुपए देने का वादा किया। गरीब महिलाओं को 500 रुपए में सिलेंडर, होली, दीपावली में मुफ्त सिलेंडर के साथ गर्भवती महिला को 21,000 रुपए देने का भी वादा किया गया।

भाजपा की तरफ से 60 से 70 वर्ष के बुजुर्गों की पेंशन 2,000 रुपए प्रतिमाह से बढ़ाकर 2,500 रुपए करने का वादा किया गया। 70 वर्ष से ऊपर के बुजुर्गों, दिव्यांगों, विधवा व वंचित महिलाओं की पेंशन राशि 2,500 से बढ़ाकर तीन हजार रुपए करने का वादा, प्रत्येक झुग्गी बस्ती में अटल कैंटीन खोलकर पांच रुपए में भोजन उपलब्ध कराने की भी घोषणा की गई। मतलब, इस बार राजधानी में पार्टियों ने नई योजनाओं के साथ महिला मतदाताओं को आकर्षित करने के लिए हरसंभव प्रयास किए।

दिल्ली की महिलाओं का इन तीनों पार्टियों में से भाजपा के वादे और ‘पीएम मोदी की गारंटी’ पर ज्यादा भरोसा दिखा। दिल्ली की महिला मतदाताओं ने भाजपा के पक्ष में मतदान किया और इसी का परिणाम रहा कि पार्टी दिल्ली में 48 सीट पर जीत दर्ज करने में कामयाब रही।

इसके पीछे की सबसे बड़ी वजह यह रही कि वर्ष 2022 में पंजाब विधानसभा चुनाव के समय भी ‘आप’ ने महिलाओं को प्रतिमाह आर्थिक सहायता देने की घोषणा की थी, लेकिन, वह आज तक वह लागू नहीं हो पाई। वहीं, दूसरी तरफ भाजपा शासित मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, महाराष्ट्र, असम में महिलाओं को आर्थिक सहायता मिल रही है।

–आईएएनएस

जीकेटी/


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