जुबीन गर्ग को अंतिम विदाई: पत्नी गरिमा सैकिया ने ब्रह्मपुत्र में विसर्जित की अस्थियां

गुवाहाटी, 29 अक्टूबर (आईएएनएस)। दिवंगत गायक जुबीन गर्ग की पत्नी गरिमा सैकिया गर्ग ने बुधवार को उनकी अस्थियां ब्रह्मपुत्र नदी में विसर्जित कीं। उनके साथ गर्ग की बहन पाल्मी बोरठाकुर सहित परिवार के सदस्य भी मौजूद थे।
जुबीन गर्ग ने एक बार कहा था, “जब मैं चला जाऊं, तो मुझे ब्रह्मपुत्र में विसर्जित कर देना।” उनकी इसी इच्छा का सम्मान करते हुए दिवंगत गायक की अस्थियों को ब्रह्मपुत्र नदी में विसर्जित किया गया।
उनकी अंतिम विदाई की यह रस्म गुवाहाटी के रचित घाट पर की गई, जहां मीडिया और फैंस भी मौजूद थे। भारी संख्या में जुबीन गर्ग के फैंस यहां पर अपने प्रिय संगीतकार को अंतिम श्रद्धांजलि देने के लिए पहुंचे थे।
जुबीन का निधन 19 सितंबर, 2025 को सिंगापुर में स्कूबा डाइविंग के दौरान एक दुर्घटना में हुआ था। उनकी मृत्यु का कारण पानी में दम घुटना बताया जा रहा है। हालांकि, सीबीआई और असम की सीआईडी जुबीन गर्ग की मृत्यु की जांच कर रही हैं।
इसी बीच जुबीन गर्ग की आखिरी फिल्म ‘रोई रोई बिनाले’ बहुत जल्द रिलीज होने वाली है। यह वही फिल्म है जिसकी रिकॉर्डिंग वह अपने अंतिम दिनों में कर रहे थे। हालांकि जुबीन गर्ग अब इस फिल्म को साकार होते देखने के लिए यहां नहीं हैं, लेकिन दुनिया भर में उनके प्रशंसकों ने यह सुनिश्चित करने का बीड़ा उठाया है कि उनका सपना बड़े पर्दे तक पहुंचे।
उनके फैंस इस फिल्म का खूब प्रचार कर रहे हैं। दूरदराज के गांवों से लेकर शहरों तक, दीवारें, बाजार और वाहन ‘रोई रोई बिनाले’ के पोस्टरों से भरे हुए हैं। सोशल मीडिया से लेकर जमीनी स्तर पर इस फिल्म की बातें हो रही हैं। जोरहाट में एक वालंटियर ने कहा, “हम यह सिर्फ फैंस के तौर पर नहीं बल्कि जुबीन दा के दृष्टिकोण को जीवित रखने वाले असम के लोगों के तौर पर कर रहे हैं।”
कई सिनेमा हॉल के मालिक भी उस कलाकार को श्रद्धांजलि देने के लिए आगे आए हैं, जिन्होंने पिछले दो दशकों में असमिया सिनेमा को पुनर्जीवित करने में अहम भूमिका निभाई। कई थिएटर कथित तौर पर फिल्म के प्रीमियर के आसपास विशेष स्क्रीनिंग और उनकी याद में रखे जाने वाले कार्यक्रम की योजना बना रहे हैं।
यह फिल्म 31 अक्टूबर को सिनेमाघरों में रिलीज होगी।
–आईएएनएस
जेपी/एएस