फ्रांस के मार्सिले शहर पहुंचने पर पीएम मोदी ने वीर सावरकर को क्यों किया याद ?
मार्सिले (फ्रांस), 12 फरवरी, (आईएएनएस)। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने मंगलवार को फ्रांसीसी शहर मार्सिले पहुंचने पर भारत के स्वतंत्रता संग्राम में इसके ऐतिहासिक महत्व को स्वीकार किया। उन्होंने कहा कि इस जगह का स्वतंत्रता सेनानी वीर सावरकर के साथ गहरा रिश्ता रहा है।
एक्स पर एक पोस्ट में पीएम मोदी ने लिखा, “मार्सिले में उतरा। भारत की स्वतंत्रता की लड़ाई में इस शहर का विशेष महत्व है। यहीं पर महान वीर सावरकर ने साहसी तरीके से भागने का प्रयास किया था। मैं मार्सिले के लोगों और उस समय के फ्रांसीसी कार्यकर्ताओं को भी धन्यवाद देना चाहता हूं जिन्होंने मांग की थी कि उन्हें ब्रिटिश हिरासत में न सौंपा जाए। वीर सावरकर की बहादुरी, पीढ़ियों को प्रेरित करती रहेगी!”
भारत सरकारी की वेबसाइट amritmahotsav.nic.in के अनुसार, “वीर सावरकर को नासिक षडयंत्र मामले में 1910 में लंदन में गिरफ्तार किया गया था। उन्हें जब मुकदमे के लिए जहाज से भारत ले जाया जा रहा था, तो मार्सिले के पास सावरकर समुद्र में कूद गए और जहाज से होने वाली गोलीबारी का सामना करते हुए तैरकर फ्रांसीसी तट पर पहुंच गए। उन्हें ब्रिटिश पुलिस ने मार्सिले में गिरफ्तार कर लिया।’
वेबसाइट आगे बताती है, “फ्रांसीसी सरकार ने फ्रांसीसी धरती पर इस गिरफ्तारी के खिलाफ हेग अंतर्राष्ट्रीय न्यायालय में विरोध दर्ज कराया। इससे वीर सावरकर और अन्य भारतीय स्वतंत्रता सेनानियों को पूरी दुनिया में प्रसिद्धि मिली।”
मार्सिल में पीएम मोदी ने राष्ट्रपति मैक्रों के साथ मजारग्यूज युद्ध कब्रिस्तान का दौरा किया और विश्व युद्धों में शहीद होने वाले भारतीय सैनिकों को अपनी श्रद्धांजलि अर्पित की। इसके बाद दोनों नेताओं ने संयुक्त रूप से मार्सिल में भारतीय वाणिज्य दूतावास का उद्घाटन किया।
भारतीय वाणिज्य दूतावास के उद्घाटन के बाद पीएम मोदी ने एक्स पर लिखा, “मार्सिले में एक ऐतिहासिक क्षण! राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों और मैंने इस जीवंत शहर में भारतीय वाणिज्य दूतावास का उद्घाटन किया, जो भारत-फ्रांस संबंधों में एक नया अध्याय है। यह वाणिज्य दूतावास एक महत्वपूर्ण सेतु के रूप में काम करेगा, जो हमारे सांस्कृतिक, आर्थिक और लोगों के बीच संबंधों को मजबूत करेगा।”
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, “भारत के साथ मार्सिले के संबंध सर्वविदित हैं। प्रथम विश्व युद्ध के दौरान यह भारतीय सैनिकों के लिए एक महत्वपूर्ण बेस था। इस शहर का वीर सावरकर से भी गहरा संबंध है। इस विशेष उद्घाटन पर मैं फ्रांस सरकार को धन्यवाद देता हूं और भारतीय प्रवासियों को बधाई देता हूं।”
–आईएएनएस
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