कौन है वो 'राक्षस' ? जिसकी गिरफ्तारी पर ट्रंप ने पाकिस्तान को कहा 'शुक्रिया'


वाशिंगटन, 5 मार्च, (आईएएनएस) : राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने मंगलवार को कहा कि काबुल एयर पोर्ट के बाहर 2021 में हुए एक घातक आत्मघाती बम विस्फोट के लिए कथित रूप से जिम्मेदार इस्लामिक स्टेट के एक आतंकवादी को गिरफ्तार कर लिया गया है।

26 अगस्त, 2021 को अफगानिस्तान से भागने की कोशिश कर रहे लोगों को निशाना बनाते हुए हमलावर ने एक डिवाइस में विस्फोट किया था। धमाके में लगभग 170 अफगानी और 13 अमेरिकी सैनिकों की मौत हुई थी।

अप्रैल 2023 में, व्हाइट हाउस ने घोषणा की कि हमले की साजिश में शामिल इस्लामिक स्टेट के एक कमांडर को अफगानिस्तान की नई तालिबान सरकार के एक ऑपरेशन में मार दिया गया।

अपने दूसरे कार्यकाल में पहली बार कांग्रेस को संबोधित करते हुए राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने ऐलान किया कि पाकिस्तान ने ‘उस अत्याचार के लिए जिम्मेदार शीर्ष आतंकवादी’ की गिरफ्तारी में मदद की। उन्होंने कहा, “और वह अमेरिकी न्याय की तेज तलवार का सामना करने के लिए यहां आ रहा है।”

ट्रंप ने अपने पूर्ववर्ती जो बाइडेन की ‘अफगानिस्तान से विनाशकारी और अक्षम वापसी’ की निगरानी पर कटाक्ष किया। उन्होंने ‘इस राक्षस को गिरफ्तार करने में मदद करने के लिए’ पाकिस्तान को धन्यवाद दिया, लेकिन संदिग्ध या गिरफ्तारी अभियान का कोई विवरण नहीं दिया।

मीडिया रिपोर्टों के अनुसार, अमेरिकी अधिकारियों ने पकड़े गए व्यक्ति की पहचान मोहम्मद शरीफुल्लाह के रूप में की है।

संघीय जांच ब्यूरो (एफबीआई) के निदेशक काश पटेल ने बुधवार को एक्स पर पोस्ट किया, “मैं रिपोर्ट कर सकता हूं कि आज रात एफबीआई, डीओजे (न्याय विभाग), और सीआईए (केंद्रीय खुफिया एजेंसी) ने अफगानिस्तान से वापसी के दौरान एबी गेट पर 13 अमेरिकी सैनिकों की हत्या के लिए जिम्मेदार आतंकवादियों में से एक को प्रत्यर्पित किया।”

अपने भाषण के दौरान ट्रंप ने पटेल की तारीफ की, क्योंकि उन्होंने एफबीआई को उनके और उनके राजनीतिक विरोधियों के खिलाफ हथियार के रूप में इस्तेमाल होने से दूर रखा।

एक्सियोस ने अधिकारियों के हवाले से बताया कि सीआईए शरीफुल्लाह के ठिकानों पर नज़र रख रही थी और उसने पाकिस्तान के साथ जानकारी साझा की। इस्लामाबाद ने उसे पकडऩे के लिए पाकिस्तान-अफगानिस्तान सीमा पर एक ‘स्पेशल यूनिट’ भेजी।

पाकिस्तान ने दस दिन पहले अमेरिका को शरीफुल्लाह के पकड़े जाने की सूचना दी थी। पटेल, सीआईए निदेशक जॉन रैटक्लिफ ने पाकिस्तानी खुफिया अधिकारियों से इस बारे में बात की थी।

एक्सियोस ने कहा कि अमेरिकी अधिकारी शरीफुल्लाह के पकड़े जाने को इस बात का संकेत मानते हैं कि पाकिस्तान ट्रंप प्रशासन के साथ बातचीत करने के लिए तैयार है।

बाइडेन ने पाकिस्तान को ठंडे बस्ते में डाल दिया था, जिसे आतंकवाद से निपटने में सहयोग करने के लिए अनिच्छुक माना जाता था।

–आईएएनएस

एमके/


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