पुराने बेड़े को उन्नत करने के लिए हमें अभी भी एक लंबा रास्ता तय करना है: एयर इंडिया सीईओ

पुराने बेड़े को उन्नत करने के लिए हमें अभी भी एक लंबा रास्ता तय करना है: एयर इंडिया सीईओ

नई दिल्ली, 25 जनवरी (आईएएनएस) एयर इंडिया के सीईओ कैंपबेल विल्सन ने गुरुवार को टाटा समूह में अपनी वापसी की दूसरी वर्षगांठ के अवसर पर एयरलाइन के कर्मचारियों को एक पत्र लिखा।

उन्होंने पत्र में कहा, “यह सप्ताहांत एयर इंडिया की टाटा समूह में वापसी की दूसरी वर्षगांठ है, इसलिए यह भारतीय हृदय के साथ एक वैश्विक एयरलाइन बनने की हमारी महत्वाकांक्षा की दिशा में हुई प्रगति पर नजर डालने का अवसर है।”

उन्होंने लिखा,“हमारे शुरुआती बिंदु, हमारे द्वारा किए जा रहे परिवर्तन के आकार और दायरे, हमारे अभूतपूर्व बहु-वाहक एकीकरण, हमारी विशाल वृद्धि और उत्पाद-सुधार आकांक्षाओं और हमारी क्षमता-निर्माण आवश्यकताओं के संदर्भ में, दो साल कम समय है। वास्तव में, हमें एआई परिवर्तन कार्यक्रम में 18 महीने भी नहीं हुए हैं।”

वर्तमान चुनौतियों, विशेष रूप से उत्तरी भारत में, को संबोधित करते हुए, विल्सन ने गंभीर कोहरे के मौसम और मरम्मत के लिए दिल्ली के कम दृश्यता वाले रनवे में से एक के अस्थायी रूप से बंद होने के प्रभाव को स्वीकार किया।

उन्होंने टीम को हवाई अड्डे पर भीड़ बढ़ने की संभावना को देखते हुए, भविष्य में कोहरे से मुकाबलेे के लिए संचालन टीम द्वारा जारी आकलन के बारे में बताया।

विल्सन ने कहा,“चूंकि भविष्य में कोहरा फिर से आएगा और हवाईअड्डे/वायुमार्ग पर भीड़भाड़ बढ़ेगी, हमारी संचालन टीम यह आकलन कर रही है कि बेहतर तरीके से कैसे निपटा जाए, जैसे कि सीएटी3 चालक दल का एक बड़ा पूल बनाना, बेहतर रोस्टर योजना और शेड्यूल बफ़र्स आदि।”

विल्सन ने कैप्टन ऋषभ मल्होत्रा के नेतृत्व में एआई105 के चालक दल के प्रयासों की सराहना की, जिन्होंने नेवार्क के रास्ते में केफ्लाविक, आइसलैंड के लिए एक चिकित्सा-प्रेरित मोड़ को संभाला।

उन्होंने कहा, “अपरिचित हवाई अड्डों की ओर डायवर्जन, विशेष रूप से यूएलआर उड़ानों में, कई समस्याएं पैदा होती हैं, हालांकि कई पार्टियां उन्हें प्रबंधित करने में शामिल होती हैं, लेकिन अग्रिम पंक्ति में रहने वालों को सबसे चुनौतीपूर्ण कार्यों का सामना करना पड़ता है।”

उन्होंने कहा,“खुशी की बात यह है कि पिछले सप्ताहांत विंग्स इंडिया के सार्वजनिक दिनों में 10,000 से अधिक लोग एयर इंडिया के ए350 शैलेट और एक्सपीरियंस सेंटर में आए और हमारे पहले ए350 विमान को देखा। उत्साह की भावना स्पष्ट थी – जैसा कि सोमवार की पहली व्यावसायिक उड़ानों पर था, जिसने पहले ही यात्रियों और प्रभावशाली लोगों से कई पोस्ट और वीडियो तैयार कर लिए हैं।”

विल्सन ने कहा,“हालांकि हमें अभी भी विरासती बेड़े को उन्नत करने, अपनी स्थिरता में सुधार करने, शेष अंतरालों को बंद करने और नाजुक प्रक्रियाओं को मजबूत करने के लिए एक लंबा रास्ता तय करना है, भविष्य अब अधिक दृश्यमान, अधिक मूर्त व अधिक प्रेरणादायक है। निजीकरण के बाद दो वर्षों में हमने जो अच्छी प्रगति की है और भव‍िष्‍य में उम्मीदें अधिक हैं, इसलिए हमें उन्हें पूरा करने के लिए आगे बढ़ते रहने की जरूरत है।”

–आईएएनएस

सीबीटी/

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