हमें पर्यावरण की रक्षा करने वाला विकास का मॉडल चाहिए : अश्विनी महाजन


नई दिल्ली, 22 अप्रैल (आईएएनएस)। भविष्य में विकास का मॉडल कैसा होना चाहिए। इसे लेकर राजधानी दिल्ली में तीन दिवसीय अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन आयोजित किया जाएगा। स्वदेशी जागरण मंच के तत्वावधान में आयोजित होने वाले इस सम्मेलन में केंद्रीय मंत्री शिवराज सिंह चौहान, मनोहर लाल, हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सैनी, दिल्ली के मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता शामिल होंगी।

स्वदेशी जागरण मंच द्वारा आयोजित होने वाले इस तीन दिवसीय अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन के बारे में स्वदेशी जागरण मंच के राष्ट्रीय सह संयोजक अश्विनी महाजन ने न्यूज एजेंसी आईएएनएस से बातचीत की।

अश्विनी महाजन ने कहा कि हम लोग यह जानते हैं कि जीडीपी बढ़ेगी तो विकास होगा। ज्यादा संख्या में गाड़ियों की खरीदारी होगी तो विकास होगा। संसाधनों का दोहन होगा तो विकास होगा। लेकिन, बीते 100 से 150 वर्षों में हमने देखा है कि इस तरह के विकास के मॉडल से विनाश ही हुआ है। पर्यावरण को नुकसान हुआ, ग्लोबल वार्मिंग बढ़ी। अगर हम आज भी इसे लेकर चिंतित नहीं होंगे तो आने वाले कुछ वर्षों में हम देखेंगे कि मानवता का विनाश हो जाएगा। हम लोगों को पर्यावरण की रक्षा के लिए आत्मनिर्भर बन इन चिंताओं को दूर करना होगा। इसीलिए, हमें भविष्य में ऐसा विकास का मॉडल चाहिए जिसमें पर्यावरण की रक्षा की बात हो।

उन्होंने कहा कि हमें ऐसे विकास के मॉडल की जरूरत है जहां पर असमानताएं न हो। गरीबी न हो, बेरोजगारी न हो। इस तरह के प्रयास स्वदेशी जागरण मंच द्वारा तीन दिवसीय इस सम्मेलन में किया जा रहा है। आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) पर उन्होंने कहा कि हम टेक्नोलॉजी के विरोधी नहीं हैं। टेक्नोलॉजी को आना चाहिए। ऐसी टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल इस तरह से होना चाहिए, जिससे बेरोजगारी दूर हो और देश का विकास होगा। टेक्नोलॉजी से हमें अपनी क्षमता बढ़ानी चाहिए। हमें इसका नेतृत्व करना होगा। जिन चीजों में हम सक्षम हैं।

बता दें कि ‘विजन 2047: समृद्ध और महान भारत’ की थीम पर स्वदेशी जागरण मंच ऐतिहासिक आयोजन करने जा रहा है। तीन दिवसीय यह सम्मेलन भारतीय कृषि अनुसंधान संस्थान, पूसा परिसर में आयोजित किया जाएगा।

सम्मेलन के दौरान 800 से अधिक शोध पत्र प्रस्तुत किए जाएंगे। सम्मेलन में शोधकर्ताओं, शिक्षाविदों, विशेषज्ञों, अतिथियों और विशिष्ट उपस्थित लोगों सहित 3000 से अधिक प्रतिभागी भाग लेंगे।

–आईएएनएस

डीकेएम/सीबीटी


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