बुमराह को लेकर हम बहुत सतर्क रहे हैं : रोहित शर्मा

बुमराह को लेकर हम बहुत सतर्क रहे हैं : रोहित शर्मा

मेलबर्न, 30 दिसंबर (आईएएनएस)। इस बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफ़ी में भारत के जसप्रीत बुमराह ने शानदार गेंदबाज़ी की है। उन्होंने 12.83 की औसत से 30 विकेट लिए हैं। बाकी गेंदबाज़ों ने 41.33 की औसत से 36 विकेट लिए हैं।

मेलबर्न टेस्ट में भी 31 वर्षीय तेज़ गेंदबाज़ ने पांच विकेट लिए और भारत के हारने के तुरंत बाद कप्तान रोहित शर्मा से पूछा गया कि क्या बुमराह से ज़्यादा गेंदबाज़ी कराने का जोख़‍िम है रोहित ने कहा, “हां, ऐसा है। ईमानदारी से कहूं तो उसने बहुत सारे ओवर किए हैं। इसमें कोई संदेह नहीं है। लेकिन फिर से हम जो भी टेस्ट मैच खेलते हैं, हम इसे ध्यान में रखते हैं। आप जानते हैं, वास्तव में सभी गेंदबाज़ों का कार्यभार कितना अहम है। अगर कोई इतनी अच्छी फ़ॉर्म में है, तो आप कोशिश करना चाहते हैं और जितना हो सके उतना उस फ़ॉर्म को बरक़रार रखें और उसका फ़ायदा उठाएं। और यही हम बुमराह के साथ करने की कोशिश कर रहे हैं।”

उन्होंने कहा,”लेकिन एक समय ऐसा भी आता है जब आपको थोड़ा पीछे हटना पड़ता है और उसे थोड़ा अतिरिक्त आराम भी देना पड़ता है। इसलिए, हम बहुत सावधान रहे हैं। मैं बहुत सावधान रहा हूं। मैं उससे बात करता हूं कि वह कैसा महसूस करता है और इस तरह की अन्य बातें। तो, हां इन चीज़ों को सावधानी से प्रबंधित किया जाना चाहिए और मैं मैदान पर ऐसा करने की कोशिश कर रहा हूं।”

बुमराह ने मेलबर्न में 53.2 ओवर किए जो एक टेस्‍ट मैचों में उनके सबसे अधिक ओवर हैं। वहीं अभी तक इस सीरीज़ में उन्‍होंने 141.2 ओवर किए हैं जो उन्‍हें पै‍ट‍ कमिंस (136.4), मिचेल स्‍टार्क (131.2) और मोहम्‍मद सिराज (129.1) से आगे करता है।

क्या भारत अधिक ख़तरा पैदा कर सकता था अगर वे अंतिम एकादश में ऑलराउंडरों को शामिल करने के बजाय किसी अन्य मुख्य गेंदबाज़ी विकल्प के साथ उतरते? रोहित ने कहा, “देखिए, आकाशदीप (54 रन पर पांच विकेट) और मोहम्मद सिराज (13 रन पर 16 विकेट) मुख्य तेज़ गेंदबाज़ हैं। बस यह है कि वे दुर्भाग्‍यशाली रहे हैं कि उनका नाम विकेट कॉलम में नहीं दिखा।”

“ख़ास तौर पर सिराज दिल खोलकर गेंदबाज़ी कर रहे हैं। मुझे नहीं लगता कि वह और कुछ कर सकते हैं। जाहिर है, उनके खेल के कुछ तक़नीकी पहलू हैं जिन पर वह ध्यान दे रहे हैं। लेकिन इसके अलावा, उनके प्रयास, उनके रवैये, लंबे स्पैल गेंदबाज़ी के मामले में वह हमेशा शीर्ष पर रहते हैं। बस विकेट कॉलम यह नहीं दिखाता कि उन्होंने कितनी अच्छी गेंदबाज़ी की है।”

“आकाश भी ऐसा ही है। ब्रिसबेन और यहां, दोनों ही मैचों में उसने वाकई बहुत अच्छी गेंदबाज़ी की है। यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि वह अपने नाम पर विकेट नहीं ले सका। यह सुनिश्चित करना हर किसी का काम है कि जो भी खेले, वह टीम के लिए अपना काम करे। यह एक या दो खिलाड़‍ियों के बारे में नहीं है।”

भारत के अन्‍य तेज़ गेंदबाज नितीश कुमार रेड्डी हैं और उन्होंने रविवार को स्वीकार किया कि उनकी बल्लेबाज़ी अच्छी चल रही है। उन्होंने अपना पहला टेस्ट शतक बनाया जिससे भारत को पहली पारी में 6 विकेट पर 191 रन से उबरने में मदद मिली, लेकिन वे गेंद से और बेहतर करना चाहते थे। रेड्डी ने पिछले चार टेस्ट मैचों में भारत के 542.2 ओवरों में से केवल 35 ओवर ही फ़ेंके हैं।

रोहित ने कहा, “जब हमने रेड्डी को पहली बार देखा, तो हमने देखा कि उसमें बहुत क्षमता है, यही वजह है कि वह पहली बार यहां आया था। और वह यहां आया और दिखाया कि वह क्या करने में सक्षम है। आप जानते हैं, बल्ले से वह शानदार था। वह परिस्‍थि‍ति को अच्‍छे से समझता है और पढ़ता है। उसके पास शानदार तक़नीक है। उसके पास बेमिसाल दिमाग़ भी है।अभी यह कहना मुश्किल है कि वह कितना आगे बढ़ चुका है, क्योंकि उसने अभी तक केवल चार टेस्ट मैच खेले हैं, लेकिन मुझे उम्मीद है कि वह भारत के लिए सभी प्रारूपों में लंबे समय तक खेलेगा।”

–आईएएनएस

आरआर/

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