हमने अच्छी गेंदों पर बल्लेबाजों को चैलेंज किया : अर्शदीप

हमने अच्छी गेंदों पर बल्लेबाजों को चैलेंज किया : अर्शदीप

जोहान्सबर्ग, 18 दिसंबर (आईएएनएस)। दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ रविवार को पहले वनडे से पहले भारत के बाएं हाथ के तेज गेंदबाज अर्शदीप सिंह के नाम इस प्रारूप में कोई विकेट नहीं था। लेकिन प्रोटियाज़ के खिलाफ अर्शदीप ने दस ओवरों में मात्र 37 रन देकर 5 विकेट लिए और टीम की जीत में बड़ी भूमिका निभाई।

अर्शदीप के अलावा दाएं हाथ के तेज गेंदबाज आवेश खान ने भी दक्षिण अफ्रीका पर कहर बरपाते हुए शानदार गेंदबाजी की और मात्र 27 रन देकर 4 विकेट लिए।

दोनों तेज गेंदबाजों के दम पर भारत ने पहले 17 ओवरों के अंदर प्रोटियाज के नौ विकेट ले लिए। जिससे मैच का नतीजा भारत के पक्ष में आना तय हो गया।

अर्शदीप ने अपनी सफलता का श्रेय वांडरर्स की इस्तेमाल की गई पिच पर अपनी योजनाओं की सरलता और बल्लेबाजों को कठिन गेंदों पर रन बनाने की चुनौती देने को दिया।

मैच के बाद अर्शदीप ने कहा, “हम जानते थे कि अगर हम बल्ले के अंदर या बाहर मूवमेंट पा सकते हैं, तो हम आउट या एलबीडब्ल्यू कर सकते हैं। इसे सरल रखना और बल्लेबाजों को कठिन गेंदों पर रन बनाने की चुनौती देना ही हमारी योजना थी।”

अर्शदीप सिंह के 4 विकेट मैच के पहले 10 ओवर में आए। इस गेंदबाज ने रीजा हेंड्रिक्स, टॉनी डी जोर्जी, रासी वान डर डुसने और हेनरी क्लासेन को आउट किया।

अर्शदीप ने स्वीकार किया कि पहले दस ओवरों में जो हुआ वह मैच से पहले की योजनाओं में बताई गई बातों के बिल्कुल विपरीत था। हम मैच से पहले रात में डिनर के लिए गए थे। मैंने, अक्षर और आवेश से इस बारे में बात की। हमें पता था कि जब प्रोटियाज़ गुलाबी जर्सी पहनते हैं तो वे कितने खतरनाक फॉर्म में होते हैं। इसलिए, हमारा लक्ष्य उन्हें 400 से नीचे के स्कोर पर रोकने का था।

“लेकिन जब हमने देखा कि विकेट में थोड़ी नमी थी, तो हमने इसे सरल रखा और परिणाम सही रहे।”

अर्शदीप ने वनडे में अपना पहला पांच विकेट हासिल किया जब उन्होंने एंडिले फेहलुकवायो को एलबीडब्ल्यू आउट किया। उन्होंने इस शानदार परफॉर्मेंस के लिए इस साल केंट में अपने काउंटी चैंपियनशिप कार्यकाल को श्रेय दिया, जहां उन्होंने 13 विकेट लिए जिससे उन्हें व्यस्त शुरुआती स्पैल के बाद वापस आकर दूसरा स्पैल फेंकने की ताकत मिली।

अर्शदीप ने कहा, “मैंने सीखा कि कैसे उबरना है, व्यक्तिगत रूप से कैसे प्रशिक्षण लेना है और काउंटी में खेलकर मैं अपनी फिटनेस कैसे बनाए रख सकता हूं। यह बहुत उपयोगी नहीं था, मुझे ज्यादा विकेट नहीं मिले लेकिन इससे मुझे अपने खेल को समझने में मदद मिली कि मैं कैसे कर सकता हूं।”

–आईएएनएस

एएमजे/एसकेपी

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