हम घातक विचारधारा से घिरे हुए हैं : नेतन्याहू

हम घातक विचारधारा से घिरे हुए हैं : नेतन्याहू

तेल अवीव, 8 सितम्बर (आईएएनएस)। वेस्ट बैंक और जॉर्डन के बीच सीमा पर रविवार को एक आतंकवादी द्वारा तीन इजरायलियों की गोली मारकर हत्या करने के कुछ घंटे बाद इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने कहा कि उनका देश एक घातक विचारधारा से घिरा हुआ है, जिसका नेतृत्व “ईरान का बुराई का अक्ष” (एक्सिस ऑफ ईविल) कर रहा है।

एक्सिस ऑफ ईविल शब्द का प्रयोग सबसे पहले अमेरिकी राष्ट्रपति जॉर्ज डब्ल्यू. बुस ने ईरान, ईराक और उत्तर कोरिया के लिए किया था।

नेतन्याहू ने एक सरकारी बैठक की अध्यक्षता करते हुए कहा, “यह एक मुश्किल दिन है। एक घृणित आतंकवादी ने एलेनबी ब्रिज पर हमारे तीन नागरिकों की निर्मम हत्या कर दी। सरकार और अपनी ओर से, मैं मारे गए लोगों के परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त करता हूं।”

उन्होंने कहा, “हम एक घातक विचारधारा से घिरे हुए हैं। हाल के दिनों में आतंकवादियों ने हमारे छह बंधकों और तीन इजरायली पुलिस अधिकारियों की निर्मम हत्या कर दी। हत्यारे हमारे बीच कोई भेदभाव नहीं करते। वे हम सभी की हत्या करना चाहते हैं, चाहे वे दक्षिणपंथी हों या वामपंथी, धर्मनिरपेक्ष हों या धार्मिक, यहूदी हों या गैर-यहूदी, यहां तक कि वे आखिरी व्यक्ति की भी हत्या कर देना चाहते हैं।”

इजरायली रक्षा अधिकारियों के अनुसार एक आतंकवादी जॉर्डन से एक ट्रक में सवार होकर एलेनबी ब्रिज के पास पहुंचा, वह ट्रक से उतरा और ब्रिज पर तैनात इजरायली सुरक्षा बलों पर गोलीबारी शुरू कर दी।

इजरायली रक्षा बलों (आईडीएफ) ने एक्स पर पोस्ट किया, “सुरक्षा बलों ने आतंकवादी को मार गिराया, हमले के परिणामस्वरूप तीन इजरायली नागरिकों की मौत हो गई। आईडीएफ सैनिकों को घटनास्थल पर भेजा गया और वे वर्तमान में ट्रक में विस्फोटक होने के संदेह को मिटाने के लिए काम कर रहे हैं।”

सुरक्षा एजेंसियों के प्रयासों और उनकी वीरता की सराहना करते हुए नेतन्याहू ने कहा कि इजरायल की सेना की शक्ति ही देश को खतरे से बचा रही है। लेकिन देश के लोगों के बीच विभाजन और मतभेद पैदा करने के लिए बड़े पैमाने पर प्रयास चल रहे हैं।

इजरायली प्रधानमंत्री ने कहा, “पिछले सप्ताहांत पर जर्मन समाचार पत्र बिल्ड ने हमास का आधिकारिक दस्तावेज प्रकाशित किया, जिसमें उनके मंसूबों का खुलासा किया गया। उसमें हमारे बीच मतभेद पैदा करना, बंधकों के परिवारों पर मनोवैज्ञानिक युद्ध का प्रयोग करना, इजरायल सरकार पर आंतरिक और बाह्य राजनीतिक दबाव डालना, हमें भीतर से तोड़ देना और इजरायल की हार होने तक युद्ध जारी रखना जैसी चीजें शामिल थीं।”

उन्होंने कहा, “इजरायल के अधिकांश नागरिक हमास के इस जाल में नहीं फंस रहे हैं। वे जानते हैं कि हम युद्ध के उद्देश्यों को हासिल करने के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध हैं।

–आईएएनएस

एमकेएस/एकेजे

E-Magazine