वायनाड : प्रियंका गांधी ने आशा और आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं की मेहनत को सराहा


वायनाड, 27 मार्च (आईएएनएस)। कांग्रेस महासचिव और वायनाड से कांग्रेस सांसद प्रियंका गांधी वाड्रा ने गुरुवार को अपने संसदीय क्षेत्र वायनाड के तीन दिवसीय दौरे के दौरान आशा और आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं की कड़ी मेहनत की सराहना की।

प्रियंका वाड्रा ने कहा कि इतनी मेहनत के बावजूद इन महिला कर्मियों को उचित वेतन नहीं मिल रहा है। वायनाड के मीनांगडी में ग्राम पंचायत सामुदायिक भवन में वनिता संगमम का उद्घाटन करते हुए उन्होंने यह बात कही।

उन्होंने आकांक्षी जिला कार्यक्रम के तहत एक स्मार्ट आंगनवाड़ी, लिफ्ट सिंचाई परियोजना, चेक डैम और पुलपल्ली में नए ग्राम पंचायत कार्यालय परिसर का उद्घाटन भी किया। पंचायत ने मोबाइल पशु चिकित्सालय और वर्टिकल फार्मिंग जैसी कई पहलें की हैं।

इस दौरान उन्होंने कहा, “आशा और आंगनवाड़ी कार्यकर्ता चौबीसों घंटे काम करती हैं। आधी रात को भी मेडिकल इमरजेंसी में सबसे पहले उन्हें ही फोन किया जाता है। फिर भी उनके काम की स्थिति और मानदेय बेहद कठिन हैं।”

उन्होंने खुलासा किया कि एक मानदंड पूरा न होने पर इनके वेतन से 700 रुपये की कटौती कर ली जाती है और प्रोत्साहन राशि के लिए महीनों इंतजार करना पड़ता है। प्रियंका ने कहा, “इनके काम के घंटे औसत कर्मचारियों से ज्यादा हैं, लेकिन इन्हें नियमित कर्मचारी का दर्जा, उचित वेतन या पेंशन तक नहीं मिलती।”

खुद को कामकाजी महिलाओं से जोड़ते हुए उन्होंने कहा, “हम समाज और आने वाली पीढ़ियों का आधार हैं।”

उत्तर प्रदेश के अपने अभियान “लड़की हूं, लड़ सकती हूं” का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि महिलाओं की शक्ति को समझने की जरूरत है। उन्होंने कांग्रेस के महिला घोषणापत्र का उल्लेख किया, जो भारतीय राजनीति में पहली बार जारी हुआ था।

उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने महिलाओं के लिए एक घोषणापत्र जारी किया था, जो भारतीय राजनीतिक इतिहास में पहली बार हुआ। मुझे यह कहते हुए बहुत गर्व हो रहा है कि कई राज्यों, विभिन्न राजनीतिक दलों, यहां तक कि भाजपा ने भी महिलाओं के लिए ऐसी योजनाओं की घोषणा शुरू कर दी है, जो हमारे घोषणापत्र में थीं।”

वायनाड के भूस्खलन पीड़ितों के पुनर्वास पर बोलते हुए उन्होंने प्रस्तावित टाउनशिप को सही कदम बताया और कर्नाटक सरकार के 100 घर बनाने की पहल की तारीफ की।

पुलपल्ली में सीता देवी लव कुश मंदिर की यात्रा के दौरान उन्होंने कहा, “इस मंदिर की दिव्य ऊर्जा और गौरवशाली इतिहास ने मुझे मंत्रमुग्ध कर दिया।”

–आईएएनएस

एकेएस/एकेजे


Show More
Back to top button