वांग यी ने यूएन मानवाधिकार परिषद के उच्च स्तरीय सम्मेलन में वीडियो भाषण दिया


बीजिंग, 25 फरवरी (आईएएनएस)। संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार परिषद के 58वें सत्र का उच्च स्तरीय सम्मेलन जिनेवा में उद्घाटित हुआ, जिसमें चीनी विदेश मंत्री वांग यी ने वीडियो भाषण दिया।

उन्होंने कहा कि चीनी राष्ट्रपति शी चिनफिंग ने मानव जाति के साझा भविष्य वाले समुदाय के निर्माण की महत्वपूर्ण अवधारणा और वैश्विक विकास, सुरक्षा और सभ्यता पर तीन पहलें प्रस्तावित कीं, जिनसे दुनिया को चीनी समाधान का योगदान मिला।

राष्ट्रपति शी ने कहा कि मानव अधिकारों को बढ़ावा देना और उनकी रक्षा करना समस्त मानव जाति का दायित्व है और इसके लिए सभी के संयुक्त प्रयासों की आवश्यकता है। चीन सभी देशों के साथ मिलकर, मानवाधिकारों के बारे में सही दृष्टिकोण को बनाए रखते हुए वैश्विक मानवाधिकार प्रशासन में सुधार को बढ़ावा देना चाहता है।

चीनी विदेश मंत्री वांग यी ने तीन सूत्रीय प्रस्ताव प्रस्तुत करते हुए कहा कि पहला, हम मूल मिशन को ध्यान में रखें। हमें जन-केंद्रित दृष्टिकोण अपनाना होगा, जनता के लिए विकास सुनिश्चित करना होगा, जनता पर भरोसा करना होगा तथा विकास के लाभ जनता के साथ साझा करने होंगे। हमें दृढ़तापूर्वक उन शब्दों और कार्यों को ‘नहीं’ कहना चाहिए जो मानवाधिकारों का उपयोग अन्य देशों के आंतरिक मामलों में हस्तक्षेप करने के बहाने के रूप में करते हों तथा राष्ट्रीय संप्रभुता, सुरक्षा और लोगों के जीवन की सुरक्षा की अवहेलना करते हों।

दूसरा, हमें निष्पक्षता और न्याय को कायम रखना चाहिए। अस्तित्व और विकास के अधिकार को प्राथमिक बुनियादी मानवाधिकार माना जाना चाहिए। राष्ट्रीय संप्रभुता, सुरक्षा और सम्मान की रक्षा के आधार पर, हमें व्यक्तिगत अधिकारों और सामूहिक अधिकारों को संतुलित करना चाहिए और राजनीतिक, आर्थिक, सामाजिक, सांस्कृतिक, पर्यावरणीय, शैक्षिक और अन्य अधिकारों के संवर्धन का समन्वय करना चाहिए। हमें दृढ़तापूर्वक उन शब्दों और कार्यों को ‘नहीं’ कहना चाहिए जो मानवाधिकार मुद्दों पर दोहरे मापदंड या यहां तक कि कई मापदंड लागू करते हों।

तीसरा, हमें आदान-प्रदान और आपसी सीख पर डटा रहना चाहिए। हमें सच्ची बहुपक्षवाद का अभ्यास करना चाहिए, समानता और पारस्परिक सम्मान के आधार पर रचनात्मक वार्ता और सहयोग करना चाहिए, तथा निष्पक्ष, उचित और समावेशी वैश्विक मानवाधिकार शासन प्रणाली के निर्माण को बढ़ावा देना चाहिए। हमें दृढ़तापूर्वक उन शब्दों और कार्यों को ‘नहीं’ कहना चाहिए जो दूसरों पर अपने स्वयं के मॉडल और पसंद-नापसंद को थोपते हों, तथा जो मानवाधिकारों का राजनीतिकरण, साधनीकरण और हथियारीकरण करते हों।

अपने वीडियो भाषण में वांग यी ने बल देते हुए यह भी कहा कि चीन मानव जाति के भविष्य और सभी देशों की भलाई को ध्यान में रखते हुए अधिक सकारात्मक और सक्रिय तरीके से अंतर्राष्ट्रीय मानवाधिकार सहयोग में भाग लेगा और सभी पक्षों के साथ मिलकर, वैश्विक मानवाधिकार मुद्दे के लिए उज्ज्वल भविष्य बनाएगा।

(साभार- चाइना मीडिया ग्रुप, पेइचिंग)

–आईएएनएस

एबीएम/


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