झारखंड विधानसभा से भाजपा विधायकों का वॉकआउट, मरांडी ने सरकार और स्पीकर पर उठाए सवाल

रांची, 5 मार्च (आईएएनएस)। झारखंड विधानसभा में राज्य बजट पर वाद-विवाद के बीच प्रमुख विपक्षी दल भारतीय जनता पार्टी के विधायकों ने सदन से वॉकआउट कर दिया। इसके बाद भाजपा के वरिष्ठ विधायक और पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी ने सदन के बाहर मीडिया से बात करते हुए स्पीकर रबींद्रनाथ महतो पर विपक्ष के साथ भेदभाव करने का आरोप लगाया।
उन्होंने कहा कि स्पीकर मनमाने तरीके से सदन चलाना चाहते हैं। सत्ता पक्ष के विधायकों को बोलने के लिए ज्यादा वक्त दिया जाता है, जबकि विपक्ष की आवाज को दबाने की कोशिश को आसन से समर्थन मिलता है।
मरांडी ने कहा कि जब विपक्ष के सदस्य बोलने के लिए खड़े होते हैं, तो बार-बार टोका-टोकी की जाती है। आज भी कुछ ऐसा ही हुआ। भाजपा विधायक नीरा यादव बजट पर चर्चा के दौरान सदन में बोल रही थी तो सत्ता पक्ष के विधायकों ने टोका। दुर्भाग्यजनक यह है कि आसन से भी उन्हें संरक्षण प्राप्त हुआ। नीरा यादव ने टोका-टोकी में बर्बाद समय के बदले समय की मांग की तो स्पीकर ने अस्वीकृत कर दिया। यह पूरी तरह से मनमानी है। सत्ता पक्ष के इशारे पर विपक्ष को दबाने की साजिश है, जिसे बर्दाश्त नहीं किया जा सकता।
इस मुद्दे पर भाजपा के विधायकों ने बुधवार को विरोध दर्ज करते हुए सदन से वॉकआउट किया। मरांडी ने झामुमो द्वारा खनिजों की नाकेबंदी की चेतावनी पर भी तीखी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा कि यह झामुमो की पुरानी आदत है। राज्य में कोयले की अवैध ट्रांसपोर्टिंग जारी रखने के उद्देश्य से इस तरह की धमकी दी जाती है। आज धनबाद-बोकारो से प्रतिदिन 400 से 500 ट्रक कोयले की अवैध ढुलाई हो रही है।
उन्होंने आरोप लगाया कि इस अवैध धंधे को राज्य सरकार के इशारे पर पुलिस प्रशासन का पूरा संरक्षण प्राप्त है। सत्ता पक्ष की ओर से केंद्र सरकार पर 1 लाख 36 हजार करोड़ के बकाए का मामला उठाए जाने पर मरांडी ने कहा कि बार-बार ब्रेकअप मांगने के बाद भी झामुमो यह नहीं बताता कि कब का कितना बकाया है।
उन्होंने कहा कि आज जिस कांग्रेस पार्टी की गोद में बैठकर झामुमो खेल रहा है और खा रहा है, बकाया का मामला उसी कांग्रेस पार्टी की देन है। आज मोदी सरकार राज्य की समस्याओं के समाधान के लिए तत्पर है, लेकिन कांग्रेस-झामुमो को राज्य की चिंता नहीं। इन्हें केवल राज्य को लूटने का अवसर चाहिए।
–आईएएनएस
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