विराट कोहली आईपीएल ट्रॉफी के हकदार थे : राजकुमार शर्मा

नई दिल्ली, 4 जून (आईएएनएस)। रॉयल चैलेंजर्स बैंगलुरु (आरसीबी) ने मंगलवार को पंजाब किंग्स के खिलाफ इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) 2025 के खिताबी मैच को अपने नाम कर लिया।
विराट कोहली आईपीएल की शुरुआत से ही आरसीबी का हिस्सा रहे हैं। टीम इससे पहले तीन बार फाइनल में पहुंची, लेकिन ट्रॉफी नहीं जीत सकी। आखिरकार, कोहली का ये सपना भी पूरा हो गया। विराट कोहली आईपीएल-2025 की ट्रॉफी जीतने के बाद इमोशनल नजर आए।
कोहली को दबाव भरे मैच में उनके प्रदर्शन के लिए पहचाना जाता है। कोहली इस बार भी फैंस की उम्मीदों पर खरा उतरे और उन्होंने पंजाब किंग्स के खिलाफ इस खिताबी मैच में आरसीबी के लिए सर्वाधिक 43 रन बनाए।
18 साल के इंतजार के बाद विराट कोहली के आईपीएल खिताब जीतने से उनके बचपन के कोच राजकुमार शर्मा बहुत खुश हैं। उनका कहना है कि कोहली इस ट्रॉफी को डिजर्व करते थे।
राजकुमार शर्मा ने आईएएनएस से कहा, “बहुत लंबे इंतजार के बाद ये ट्रॉफी मिली है। विराट बहुत इमोशनल थे। वह इस जीत के लिए उत्सुक थे। विराट के फैंस, आरसीबी के फैंस सभी ये चाहते थे कि कोहली ट्रॉफी जीतें। काफी लंबे इंतजार के बाद ये ट्रॉफी मिली है। बहुत खुशी की बात है। मेरे लिए यह बेहद गर्व की बात है कि कोहली ने क्रिकेट में सबकुछ हासिल किया है, जो एक क्रिकेटर हासिल कर सकता है। एक यही ट्रॉफी थी, जो उनसे दूर थी। वह भी उन्हें मिल गई।”
विराट ने मंगलवार को पंजाब किंग्स पर छह रन की जीत के बाद कहा, “ये 18 साल बहुत लंबे रहे हैं। मैंने अपनी युवा अवस्था, अपने सबसे अच्छे फॉर्म वाले दिन और अपना पूरा अनुभव इस टीम को दिया है। हर सीजन में इसे जीतने की कोशिश की, हर बार अपना सब कुछ झोंक दिया। अब जाकर यह पल मिलना अविश्वसनीय अहसास है। कभी नहीं सोचा था कि यह दिन आएगा। जब आखिरी गेंद फेंकी गई, तो मैं भावनाओं में बह गया।”
विराट ने कहा, “ये जीत मेरे लिए सबसे ऊपर है। मैं इस टीम के साथ वफादार रहा हूं। कई बार और रास्ते भी नजर आए, लेकिन मैंने इन्हें चुना और इन्होंने भी मुझे चुना। मेरा दिल और आत्मा बेंगलुरु के साथ है। यह एक हाई-इंटेंसिटी टूर्नामेंट है। मैं बड़े टूर्नामेंट और बड़े लम्हे जीतना चाहता हूं। आज की रात मैं एक बच्चे की तरह सुकून से सोऊंगा। मैं हमेशा अपने आप को बेहतर करने की राह देखता हूं – फील्डिंग में भी कुछ ऐसा करूं, जिससे फर्क पड़े। भगवान ने मुझे नजरिए और टैलेंट दोनों से नवाजा है। मैंने सिर झुकाकर जितना हो सका उतनी मेहनत की। नीलामी में लोगों ने हमारी रणनीति पर सवाल उठाए, लेकिन हमें अपनी टीम पर भरोसा था। मैनेजमेंट ने हमें सकारात्मक बनाए रखा, खिलाड़ी अद्भुत थे। ये पल मेरे लिए सबसे बेहतरीन हैं।”
–आईएएनएस
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