विनोद मेहरा की पर्सनल लाइफ रही बेरंग, इस अभिनेत्री को नहीं दिला सके पत्नी को दर्जा

नई दिल्ली, 29 अक्टूबर (आईएएनएस)। 70 के दशक के चॉकलेटी बॉय कहे जाने वाले दिग्गज अभिनेता विनोद मेहरा कम उम्र में ही दुनिया को छोड़कर चले गए। अभिनेता का निधन 30 अक्टूबर 1990 में हुआ था। उस वक्त वो अपनी पहली निर्देशित फिल्म ‘गुरुदेव’ बना रहे थे।
लेकिन, फिल्म को बिना पूरा किए ही दुनिया को अलविदा कह दिया। बाद में उनकी फिल्म को राज सिप्पी ने निर्देशित किया और 1993 में रिलीज किया।
विनोद मेहरा ने हिंदी सिनेमा में बतौर चाइल्ड आर्टिस्ट काम किया था। इसके बाद 26 साल की उम्र में 1971 में आई फिल्म ‘एक थी रीता’ से डेब्यू किया। एक्टर इतने ज्यादा हैंडसम थे कि लड़कियों के बीच उनकी फैन-फॉलोइंग सबसे ज्यादा थी। भले ही पर्दे पर हीरोइनों के साथ उनकी लव स्टोरी धमाकेदार रहती थी, लेकिन असल जिंदगी में विनोद मेहरा की कई शादी टूटी।
कहा गया कि विनोद मेहरा ने एक्ट्रेस रेखा के साथ भी शादी की थी, लेकिन ये शादी सिर्फ राज बनकर रह गई क्योंकि रेखा ने साल 2004 में सिमी ग्रेवाल के शो में विनोद मेहरा से शादी की बात को नकार दिया था। उन्होंने विनोद मेहरा को अपना अच्छा दोस्त और वेल-विशर बताया था।
वहीं, किताब ‘रेखा: एन अनटोल्ड स्टोरी’ में इस बात का जिक्र किया गया कि दोनों फिल्मों के दौरान एक-दूसरे के प्यार में पड़े और कुछ समय तक डेट करने के बाद शादी कर ली।
किताब के मुताबिक, रेखा और विनोद मेहरा ने गुपचुप तरीके से कोलकाता में शादी की थी, और शादी के बाद विनोद रेखा को अपनी मां का आशीर्वाद दिलाने के लिए अपने घर लेकर गए थे, लेकिन एक्टर की मां को ये बात रास नहीं आई और उन्होंने दोनों की शादी को स्वीकार नहीं किया।
बताया जाता है कि विनोद मेहरा की मां रेखा से नाराज हुई थीं, लेकिन विनोद ने मामला संभाल लिया। इस झगड़े के बाद विनोद ने रेखा को वापस घर लौट जाने के लिए कह दिया था।
विनोद मेहरा ने मीडिया के सामने भी अपनी और रेखा की शादी का खुलासा किया था। उन्होंने 1990 में एक इंटरव्यू में कहा था कि उनकी और रेखा की शादी हुई थी।
30 अक्टूबर 1990 को विनोद मेहरा को दिल का दौरा पड़ा और उनका निधन हो गया। एक्टर पहले ही दिल संबंधी रोगों से जूझ रहे थे।
–आईएएनएस
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