नई दिल्ली, 3 दिसंबर (आईएएनएस)। अमेरिका के न्याय विभाग (यूएस-डीओजे) द्वारा अदाणी समूह पर लगाए गए आरोप इससे पहले हेज फंड की ओर से लगाए दोष की तरह ही जल्दी समाप्त हो जाएंगे। यह बयान दिग्गज निवेशक मार्क मोबियस ने मंगलवार को दिया।
दिग्गज निवेशक ने आगे कहा कि जिस तरह हेज फंड के आरोपों के बाद अदाणी समूह के शेयरों ने कमबैक किया था। ठीक उसी प्रकार इस बार भी होगा।
भारतीय शेयर बाजार में अदाणी ग्रुप के स्टॉक्स में करीब हर दिन तेजी बनी हुई है। अमेरिका में आरोप पत्र दाखिल होने के बाद समूह का बाजार पूंजीकरण करीब दो लाख करोड़ रुपये बढ़ गया है।
बीते पांच कारोबारी सत्रों में अदाणी ग्रुप की फ्लैगशिप कंपनी अदाणी एंटरप्राइजेज का शेयर 14.79 प्रतिशत, अदाणी ग्रीन एनर्जी का शेयर 43 प्रतिशत और अदाणी पावर का शेयर 20 प्रतिशत से ज्यादा बढ़ चुका है।
वहीं, अदाणी पोर्ट्स और अदाणी एनर्जी सॉल्यूशंस के शेयर में क्रमश: 12.79 प्रतिशत और 29.82 प्रतिशत की वृद्धि हुई है।
इस दौरान समूह की एफएमसीजी कंपनी अदाणी विल्मर में 7.17 प्रतिशत और गैस वितरण कंपनी अदाणी टोटल गैस में 29.46 प्रतिशत की तेजी आई। अदाणी समूह की सीमेंट कंपनियों अंबुजा सीमेंट्स और एसीसी में क्रमश: 13.89 फीसदी और 8.13 फीसदी की तेजी दर्ज की गई है।
मोबियस ने आईएएनएस को बताया कि हेज फंड की तरह ही यह मामला भी समाप्त हो जाएगा।
उन्होंने कहा, “मुझे लगता है कि अब बहुत से लोगों को यह एहसास होने लगा है कि अगले साल 20 जनवरी को डोनाल्ड ट्रंप के राष्ट्रपति बनने के साथ ही अमेरिका में न्याय विभाग के रुख में बदलाव आएगा।”
मोबियस ने आईएएनएस को बताया, “अदाणी के पीछे हेज फंड की पोजीशन भी खत्म होती दिख रही है। बहुत से निवेशक इस पर गौर करने लगे हैं और फिलहाल अदाणी दबाव में हैं, लेकिन समूह का कारोबार अच्छी तरह से चलता रहा है और शायद अच्छा प्रदर्शन करता रहेगा।”
इस साल अगस्त में भारतीय निवेशकों ने हिंडनबर्ग के आरोपों को खारिज कर दिया था और इस दौरान अदाणी समूह के शेयरों में तेजी देखने को मिली थी।
उस समय अदाणी समूह ने हिंडनबर्ग के आरोपों को खारिज कर दिया था।
–आईएएनएस
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