भारत-पाकिस्तान मैच को लेकर हंगामा, अजित पावर बोले- विपक्ष के पास कोई मुद्दा नहीं बचा

पुणे, 23 अगस्त (आईएएनएस)। एशिया कप में भारत-पाकिस्तान के बीच 14 सितंबर को हाईवोल्टेज मैच खेला जाना है। इस मैच के आयोजन को लेकर विपक्ष लगातार आलोचना कर रहा है। महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री अजित पवार के मुताबिक विपक्ष के पास कोई मुद्दा नहीं बचा है।
अजित पवार ने शनिवार को पत्रकारों से कहा, “आज विपक्ष के पास कोई मुद्दा नहीं बचा है। ‘वोट चोरी’ जैसे आरोप लगाए जा रहे हैं, जिनमें कोई तथ्य नहीं था। हम भी काफी वर्षों से राजनीति में हैं। महाराष्ट्र में ऐसी बातों को कोई गंभीरता से नहीं लेता है, फिर भी यह कहा गया। जिन लोगों ने उन्हें जानकारी दी थी, बाद में उन्होंने ही माना कि गलती हो गई। लेकिन उस समय माहौल बनाने का या फेक नैरेटिव सेट करने का प्रयास किया गया।
उन्होंने कहा, “कई राज्यों में कई बार विपक्ष जीतकर आता है। उदाहरण के लिए ममता बनर्जी कोलकाता में जीतीं, हमने देखा। दिल्ली में अरविंद केजरीवाल जीते, हमने देखा। पंजाब हाल ही में केजरीवाल की पार्टी के पास गया, हमने देखा। कर्नाटक बीच में कांग्रेस के पास गया, हमने देखा। तमिलनाडु स्टालिन के पास है, हमने देखा। तब कुछ नहीं बोलते। उस समय सब कुछ अच्छा था। ईवीएम अच्छा, मतदाता सूची अच्छी। लोकसभा का नतीजा, महाराष्ट्र की 48 में से 31 सीटें विपक्ष जीता था, तब सब अच्छा था। उस समय कोई ‘वोट चोरी’ नहीं हुई, कहीं वोट बढ़े नहीं, घटे नहीं। यह मेरा खुद का स्पष्ट मत है, हार हो तो उसे स्वीकार करना चाहिए और जीत हो तो भी स्वीकार करनी चाहिए।”
उन्होंने कहा, “मैं यही कह रहा हूं, एक व्यक्ति आलोचना करता है, और आप भी उसकी बातों को प्रचार करते हैं। जबकि हमारे देश के दृष्टिकोण से देखें तो कहीं ओलावृष्टि होती है, कहीं किसानों की फसल मुश्किल में आती है, खेती मुश्किल में आती है या और भी तरह के कई प्रश्न हैं। कहीं ट्रैफिक से जुड़े प्रश्न हैं, लेकिन उन प्रश्नों पर ध्यान देने की बजाय यह लोग ऐसे मुद्दे निकालते हैं और उसी पर चर्चा करते हैं।”
अजित पवार ने कहा, “अब इसमें दो दृष्टिकोण हो सकते हैं, खेल में ऐसी बातें नहीं लानी चाहिए, ऐसा कहने वाला भी एक वर्ग है। पाकिस्तान हमारा शत्रु राष्ट्र है। वह लगातार हमारे साथ उलझता रहता है। अलग-अलग तरीकों से आतंकी कार्रवाई करता रहता है। कभी न कभी खेल के जरिए भी कुछ विवाद खड़ा करता है, इसलिए उनसे कोई भी संबंध, चाहे व्यापारिक दृष्टि से हो या किसी भी अन्य दृष्टि से, नहीं रखना चाहिए, ऐसा कहने वाला भी एक वर्ग है। लेकिन इन सबके बीच एक बड़ा खेलप्रेमी वर्ग है। वह अगर भारत-पाकिस्तान का मैच हो तो सब कुछ छोड़कर भी देखते हैं। उस दिन यातायात भी कम दिखाई देता है और सब लोग मैच देखने बैठ जाते हैं, या जहां मैच होता है, वहां देखने जाते हैं। इसलिए जब ऐसे प्रसंग आते हैं तब उसके दो पहलू होते हैं। आप किस दृष्टिकोण से देखते हैं, उसी से उसका उत्तर आपको मिलता है।”
–आईएएनएस
आरएसजी/डीकेपी