लोकसभा चुनाव से पहले मार्च में एक और एक्सप्रेस वे का उद्घाटन हो सकता है। गोरखपुर लिंक एक्सप्रेसवे को अगले महीने फर्राटा भरने के लिए तैयार किया जा रहा है। उत्तर प्रदेश एक्सप्रेसवेज औद्योगिक विकास प्राधिकरण (यूपीडा) इस दिशा में युद्धस्तर पर काम कर रहा है। यूपीडा के मुताबिक एक्सप्रेस वे का निर्माण 92 फीसदी पूरा हो चुका है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ इसका उद्घाटन कर सकते हैं।
लिंक एक्सप्रेस-वे की घोषणा वर्ष 2018 में की गई थी और फरवरी 2019 में निर्माण शुरु किया गया था। पिछले साल जुलाई-अगस्त में बारिश और मिट्टी की वजह से काम की रफ्तार धीमी हो गई थी लेकिन मानसून जाते ही काम की रफ्तार कई गुना बढ़ा दी गई थी। इसे पूरा करने करने का लक्ष्य मार्च तय किया गया लेकिन लोकसभा चुनाव देखते हुए इसे समय से पहले ही जनता को समर्पित किया जा सकता है। जनवरी में एक्सप्रेस वे की सुरक्षा जांच हो चुकी है जो लगातार कई चरणों में जारी है।
91.35 किलोमीटर लंबा यह लिंक एक्सप्रेसवे गोरखपुर के सदर तहसील के जैतपुर गांव से शुरू होकर आजमगढ़ जिले के सालारपुर गांव में पूर्वांचल एक्सप्रेसवे से मिलेगा। यह लिंक एक्सप्रेसवे गोरखपुर, संतकबीर नगर, अंबेडकर नगर और आजमगढ़ से होकर गुजर रहा है। इसे वाराणसी के साथ एक अलग लिंक रोड से जोड़ा जाएगा। गोरखपुर लिंक एक्सप्रेसवे से लखनऊ की दूरी साढ़े तीन घंटे रह जाएगी। अभी पांच घंटे लगते हैं। लिंक एक्सप्रेसवे से गोरखपुर और आजमगढ़, गोरखपुर और आगरा व दिल्ली का सफर भी घट जाएगा। गोरखपुर लिंक एक्सप्रेस वे की अनुमानित लागत 5876.67 करोड़ रुपये है। अभी ये चार लेन का है, जिसे छह लेन तक बढ़ाया जा सकता है।
लिंक एक्सप्रेस वे की वर्तमान स्थिति-
मिट्टी का काम 96 फीसदी पूरा
क्लीयरिंग और ग्रबिंग का काम 100 फीसदी पूरा
सड़क का आधार यानी ग्रैन्यूलर सब बेस (जीएसबी) 90 फीसदी पूरा
बिटुमिन आदि की बेस लेयर वेट मिक्स मैकेडम (डब्लूडब्लूएम) 87 फीसदी
भारी वाहनों के लिए सड़क निर्माण यानी डेंस बिटुमिनस मैकेडम (डीबीएम) प्रक्रिया भी 87 फीसदी पूरा
कुल 341 में से 337 स्ट्रक्चर तैयार, शेष चार भी अंतिम चरण में