नोएडा, 9 सितंबर (आईएएनएस)। नोएडा के सेक्टर-51 में करीब 48,000 वर्ग मीटर में आइकिया का मॉल बनेगा। इसमें करीब 5,500 करोड़ रुपए का निवेश होगा और करीब 9,000 लोगों को रोजगार भी मिलेगा। 2028 तक मॉल के शुरू होने की संभावना जताई जा रही है। सोमवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने वर्चुअली रूप से इसका भूमि पूजन किया। वहीं, मंत्री नंद गोपाल नंदी कार्यक्रम स्थल पर मौजूद रहे।
इंग्का सेंटर्स ने भारत में अपने दूसरे आइकिया एंकर्ड मीटिंग प्लेस, लाइकली नोएडा का शुभारंभ किया है। लाइकली नोएडा मिक्स उपयोग विकास के हिस्से के रूप में एक होटल के साथ इंग्का सेंटर्स का दुनिया में पहला वर्क स्टेशन और मीटिंग प्लेस होगा। आने वाले कुछ सालो में यह रिटेलर्स और बायर्स के लिए एक महत्वपूर्ण स्थान बनेगा।
भूमि पूजन के अवसर पर मुख्यमंत्री योगी ने कहा, “नोएडा में लाइकली की शुरुआत आधुनिक शहरी जीवन के केंद्र के रूप में उत्तर प्रदेश के विकास में एक महत्वपूर्ण कदम है। यह परियोजना ना केवल नोएडा की वृद्धि और विकास को दर्शाती है। यह राज्यभर में टिकाऊ, समुदाय-केंद्रित स्थान बनाने के हमारे दृष्टिकोण के अनुरूप भी है। मुझे विश्वास है कि यह एक ऐतिहासिक गंतव्य बन जाएगा, जो हमारे नागरिकों की समृद्धि और कल्याण में योगदान देगा।”
उन्होंने आगे कहा, “मैं दिल से निवेश के लिए धन्यवाद देना चाहता हूं। यह मेरे लिए अत्यंत प्रसन्नता का पल है। हमने जिन निवेशकों का विश्वास अर्जित किया, ‘आइकिया इंडिया’ उन्हीं निवेशकों में से एक है। आइकिया रिटेल स्टोर और ऑफिस स्टोर सहित एक शॉपिंग सेंटर का प्रस्ताव भी है। यह एक निवेश नहीं बल्कि 9,000 युवाओं के रोजगार का माध्यम भी है। 2017 में औद्योगिक विकास नीति को बनाया गया था। पीएम मोदी ने उस समय मार्गदर्शन करते हुए कहा था कि इन्वेस्टमेंट एंप्लॉयमेंट के साथ जुड़ना चाहिए, जिससे नए रोजगार की संभावना प्राप्त होगी।”
सीएम योगी ने बताया, “आबादी में सबसे बड़ा राज्य, अर्थव्यवस्था में 9.2 प्रतिशत का योगदान दे रहा है। आज का निवेश यूपी को देश में एक बड़ी अर्थव्यवस्था स्थापित करने में भी मददगार बनेगा। यूपी ने पिछले सात वर्ष के अंदर विकास और निवेश के एक नए युग में प्रवेश किया है। यूपी के अंदर बेहतरीन कानून व्यवस्था बनाई गई। यह इज ऑफ डूइंग बिजनेस, इन्वेस्टमेंट के लिए बेहतर डेस्टिनेशन के रूप में सामने आया है। भारत के सबसे बड़े एयरपोर्ट से गौतमबुद्ध नगर जुड़ेगा और लॉजिस्टिक के लिहाज से बहुत सारे महत्वपूर्ण कॉरिडोर बनाए गए हैं।”
–आईएएनएस
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