उत्तर प्रदेश का अनोखा मंदिर, जहां एक साथ कर सकते हैं चारों धाम के दर्शन

लखनऊ, 26 अक्टूबर (आईएएनएस)। उत्तर प्रदेश अपने धार्मिक स्थलों के लिए पूरे भारत और दुनियाभर में प्रसिद्ध है। राम नगरी अयोध्या, काशी और मथुरा-वृंदावन जैसे पवित्र स्थान यहां की आस्था की पहचान हैं। वहीं, राजधानी लखनऊ में एक ऐसा प्राचीन और अनोखा मंदिर मौजूद है, जो श्रद्धालुओं को चारों धाम के दर्शन एक ही प्रांगण में कराने का अद्भुत अनुभव देता है।
जी हां, हम बात कर रहे हैं लखनऊ के चौक में रानी कटरा मोहल्ले में स्थित चारों धाम मंदिर की। यह मंदिर लगभग 130 साल पुराना है और इसे कुंदन लाल एवं बिहारी लाल ने बनवाया था। इस मंदिर में केवल चार धाम (रामेश्वरम, बद्रीनाथ, द्वारकाधीश और जगन्नाथ) ही नहीं, बल्कि स्वर्ग, नरक, विष्णु जी के दस अवतार और हनुमानगढ़ी भी स्थित हैं।
मंदिर की स्थापना का मकसद गरीब और आर्थिक रूप से कमजोर लोगों के लिए चार धाम यात्रा का पुण्य लाभ उपलब्ध कराना था। कहा जाता है कि कुंदन लाल का यह मानना था कि हर व्यक्ति धार्मिक अनुभव का अधिकारी है, लेकिन अक्सर धन के अभाव में लोग चार धाम की यात्रा नहीं कर पाते। ऐसे लोगों के लिए यह मंदिर बनवाया गया था। श्रद्धालु जब इस मंदिर में आते हैं तो उन्हें ऐसा लगता है जैसे वे चारों धामों की यात्रा पूरी कर चुके हों।
चार धाम मंदिर का वातावरण श्रद्धालुओं को आध्यात्मिक शांति और संतोष प्रदान करता है। मंदिर परिसर की सुंदरीकरण परियोजना और रखरखाव ने इसे और भव्य बना दिया है। पुरानी लखनऊ की संकरी गलियों में स्थित होने के बावजूद यह मंदिर हर साल हजारों श्रद्धालुओं को अपनी ओर आकर्षित करता है।
यदि आप धार्मिक यात्रा का अनुभव लेना चाहते हैं और चारों धामों का पुण्य लाभ एक ही स्थान पर पाना चाहते हैं तो यह मंदिर आपके लिए एक अनूठा विकल्प है। इसकी ऐतिहासिकता, भव्यता और आध्यात्मिक महत्व इसे लखनऊ के धार्मिक नक्शे पर एक विशेष स्थान देता है। यहां आने वाले श्रद्धालु न केवल भगवान के दर्शन करते हैं, बल्कि आस्था, भक्ति और धार्मिक संस्कृति के संगम का अनुभव भी प्राप्त करते हैं।
–आईएएनएस
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