प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में भारत ने इकोलॉजी और इकोनॉमी के बीच संतुलन बनाए रखा है : सीएम भूपेंद्र पटेल


गांधीनगर, 16 अक्टूबर (आईएएनएस)। गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने गुरुवार को मुंबई नेशनल स्टॉक एक्सचेंज में सूरत महानगर पालिका के म्युनिसिपल ग्रीन बॉन्ड की बेल रिंगिंग कर लिस्टिंग कराई। इस अवसर पर सूरत के महापौर दक्षेश मावाणी भी उपस्थित थे।

मुख्यमंत्री ने कहा कि सूरत महानगर पालिका द्वारा जारी किए गए 200 करोड़ रुपए के म्युनिसिपल ग्रीन बॉन्ड के माध्यम से ग्रीन एवं सस्टेनेबल डेवलपमेंट के लिए लोगों को भागीदार बनाया गया है। सूरत महानगर पालिका के ग्रीन बॉन्ड का 8 गुना सब्स्क्रिप्शन दर्शाता है कि निवेशकों ने ग्रीन बॉन्ड में निवेश करने में असाधारण उत्साह दिखाया है।

उन्होंने कहा कि सूरत मनपा के दीर्घदृष्टि से युक्त आयोजन सूरत का विकास अधिक तेज बनाएंगे। वर्ष 2070 तक प्रधानमंत्री मोदी के नेट जीरो कार्बन फुटप्रिंट के लक्ष्य को हासिल करने की दिशा में राज्य सरकार ने ग्रीन ग्रोथ तथा ग्रीन मोबिलिटी पर विशेष बल दिया है। प्रधानमंत्री के नेतृत्व में भारत ने इकोलॉजी तथा इकोनॉमी के बीच उम्दा संतुलन बनाए रखा है। भारत की जी-20 अध्यक्षता के अंतर्गत ‘वन अर्थ, वन फैमिली, वन फ्यूचर’ के संदेश के साथ सदस्य देशों ने भी प्रधानमंत्री के सस्टेनेबल डेवलपमेंट और ग्रीन ग्रोथ को प्राथमिकता दी है।

मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने जोड़ा कि प्रधानमंत्री मोदी ने 2047 तक विकसित भारत के निर्माण का संकल्प किया है। यह संकल्प पूर्ण करने के लिए गुजरात ने ‘विकसित गुजरात 2047’ के रोडमैप सहित अनेक विकासोन्मुखी आयाम शुरू किए हैं। प्रधानमंत्री सदैव जन भागीदारी के आग्रही रहे हैं। ‘सरकारी पद्धति को प्रभावशाली बनाने’ के ध्येय के साथ राज्य व केंद्र सरकार के जन हितकारी प्रयास रहे हैं।

उन्होंने कहा कि सूरत शहर तथा महानगर पालिका स्वच्छता तथा ग्रीन मोबिलिटी क्षेत्र में देशभर में आदर्श बने हैं। उन्होंने इसके लिए सूरत मनपा के शासक-प्रशासकों को अभिनंदन दिया।

उन्होंने कहा कि देश में सबसे पहली बार इंटरनेशनल ग्रीन सर्टिफिकेशन के साथ म्युनिसिपल ग्रीन बॉन्ड इश्यू के जरिए जारी किए गए हैं। ऐसे में सूरत मनपा के म्युनिसिपल ग्रीन बॉन्ड इश्यू में वैश्विक निवेशकों के माध्यम से अंतरराष्ट्रीय रुचि बढ़ी है। मनपा ने विकास के उत्तम आयोजन के साथ जन भागीदारी को जोड़ा है।

उन्होंने कहा कि ग्रीन पीपल्स फाइनेंशिंग ग्रीन ग्रोथ का उत्तम उदाहरण बनेगा। यह पहल शहर के लिए न केवल वित्तीय रूप से लाभदायी सिद्ध होगी, अपितु पर्यावरणीय स्तर पर भी सकारात्मक प्रभाव डालेगी। मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने विश्वास व्यक्त किया कि सूरत मनपा का यह आयोजन अब अन्य शहरों के लिए भी प्रेरणादायी बनेगा।

महापौर दक्षेश मावाणी ने कहा कि प्रधानमंत्री के 2047 तक विकसित भारत के विजन को साकार करने के लिए सस्टेनेबल एनर्जी प्रेरक उदाहरण बनेगी। सूरत मिनी भारत है। सभी ने सूरत के विकास में सहयोग दिया है। सूरत शहर को अब तक लगभग 14 विभिन्न पुरस्कार मिले हैं। सूरत को ग्रीन एनर्जी के साथ विश्व की बेस्ट सिटी बनाया जाएगा। सूरत मनपा द्वारा 200 करोड़ रुपए के लिस्टेड, टैक्सेबल, रिडीमेबल, सेक्योर्ड नॉन-कन्वर्टीबल म्युनिसिपल बॉन्ड डिबेंचर के रूप में जारी किए गए थे।

ग्रीन बॉन्ड 6 अक्टूबर 2025 को खुले थे और 9 अक्टूबर 2025 को बंद हुए थे। इस अवधि के दौरान सूरत मनपा के ग्रीन बॉन्ड 200 करोड़ रुपए की डिमांड के समक्ष 800 करोड़ रुपए तक छलके हैं, जिसके चलते ड्रॉ सिस्टम से बॉन्ड का आवंटन होगा। रीटेल सेक्टर में मनपा द्वारा कुल बॉन्ड का 15 प्रतिशत के हिसाब से 30 करोड़ रुपए के आवंटन का ऑफर आमंत्रित किया गया था।

सूरत मनपा आयुक्त शालिनी अग्रवाल ने सभी का स्वागत करते हुए कहा कि देश में सर्वप्रथम अंतरराष्ट्रीय सर्टिफाइड ग्रीन बॉन्ड सूरत मनपा लाई है। इसके माध्यम से एकत्र होने वाली राशि पर्यावरण का जतन करने के साथ ग्रीन एनर्जी से जुड़े प्रोजेक्ट के रिसोर्स पर खर्च की जाएगी। इसके अलावा सोलर पावर प्रोजेक्ट्स, जल संचय से जुड़े प्रोजेक्ट और ग्रीन परिवहन की दिशा में साकार होने वाले प्रोजेक्ट में ग्रीन बॉन्ड महत्वपूर्ण सिद्ध होंगे।

नेशनल स्टॉक एक्सचेंज के प्रबंध निदेशक आशीष चौहाण ने गुजरात सरकार तथा सूरत महानगर पालिका को ग्रीन बॉन्ड की लिस्टिंग पर बधाई दी।

–आईएएनएस

एसके/एबीएम


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