कोलोराडो, 2 नवंबर (आईएएनएस)। भारत के लिए गौरव की बात यह रही कि कृषा वर्मा ने अमेरिका के कोलोराडो में अंडर-19 विश्व मुक्केबाजी चैंपियनशिप 2024 के पहले दिन 75 किग्रा वर्ग में स्वर्ण पदक जीता। वर्मा ने जर्मनी की लेरिका साइमन के खिलाफ 5-0 के स्कोर के साथ निर्णायक जीत हासिल की, जिसमें उन्होंने रिंग में अपना दबदबा और कौशल दिखाया। इस महत्वपूर्ण जीत ने भारत को टूर्नामेंट के अंतिम दौर की शुरुआत में ही पदक तालिका में शामिल कर दिया।
हालांकि, फाइनल के पहले दिन अन्य भारतीय फाइनलिस्टों को कड़ी चुनौतियों का सामना करना पड़ा। राहुल कुंडू (75 किग्रा) यूएसए के जोसेफ अविनोंग्या के खिलाफ अपने मुकाबले में 4-1 के स्कोर से हारकर स्वर्ण पदक से चूक गए। इसी तरह चंचल चौधरी, अंजलि सिंह, विनी और आकांक्षा फलसवाल ने भी दमदार प्रदर्शन किया, लेकिन इंग्लैंड की मजबूत प्रतिद्वंद्वी के खिलाफ करीबी मुकाबले के बाद आखिरकार रजत पदक से ही संतोष करना पड़ा।
महिलाओं के फाइनल में चंचल चौधरी (48 किग्रा) को इंग्लैंड की रूबी व्हाइट के खिलाफ तीसरे राउंड में अयोग्य घोषित कर दिया गया। 57 किग्रा वर्ग में अंजलि सिंह ने बहादुरी से मुकाबला किया, लेकिन एक अन्य अंग्रेजी प्रतिद्वंद्वी तिया-मै एटन से 5-0 से हार गईं। 60 किग्रा वर्ग में विनी एला लोन्सडेल से 3-2 से हार गईं। 70 किग्रा वर्ग में आकांक्षा फलसवाल इंग्लैंड की लिली डीकन से 4-1 से हार गईं।
मामूली हार के बावजूद, रजत पदक जीतना भारतीय मुक्केबाजी दल के लिए एक प्रभावशाली उपलब्धि है, जो भारत के युवा मुक्केबाजों के बीच प्रतिभा और दृढ़ संकल्प को दर्शाता है। फाइनल के दूसरे दिन की शुरुआत के साथ, भारत की उम्मीदें बहुत अधिक हैं क्योंकि अधिक पदक के दावेदार रिंग में उतर रहे हैं, जिनका लक्ष्य देश के पदकों की संख्या में इजाफा करना और अंतरराष्ट्रीय मंच पर राष्ट्र को गौरवान्वित करना है।
–आईएनएस
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