नाटो में शामिल नहीं हो पाएगा यूक्रेन, जेलेंस्की ने माना : मध्य पूर्व में अमेरिकी दूत
कीव, 22 मार्च (आईएएनएस)। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के मध्य पूर्व में दूत स्टीवन विटकॉफ ने शुक्रवार को कहा कि यूक्रेनी राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेंस्की ने मोटे तौर पर स्वीकार कर लिया है कि यूक्रेन नाटो में शामिल नहीं हो पाएगा।
अमेरिकी पत्रकार टकर कार्लसन के साथ एक इंटरव्यू में विटकॉफ ने कहा कि जेलेंस्की और यूक्रेनी राष्ट्रपति कार्यालय के प्रमुख एंड्री यरमक ने ‘काफी हद तक स्वीकार कर लिया है कि वे नाटो के सदस्य नहीं बनने जा रहे हैं।’
विटकॉफ ने कहा, “यदि कोई शांति समझौता होने जा रहा है, तो यूक्रेन नाटो का सदस्य नहीं हो सकता। मुझे लगता है कि यह बात काफी हद तक स्वीकार्य है।”
दूत ने यह भी दावा किया कि यूक्रेनी नेतृत्व ने चुनाव कराने पर सहमति जताई है, लेकिन उन्होंने कोई ब्यौरा नहीं दिया।
कार्लसन के यह पूछने पर कि क्या यूक्रेन में चुनाव होंगे विटकॉफ ने कहा, “हां। होंगे। वे इसके लिए सहमत हो गए हैं। यूक्रेन में चुनाव होंगे।”
राष्ट्रपति चुनाव 2024 में होने की उम्मीद थी, लेकिन देश के मार्शल लॉ के कारण इसे स्थगित कर दिया गया, जो रूस के साथ चल रहे संघर्ष की शुरुआत से ही लागू है। एक महीने पहले, ट्रंप ने जेलेंस्की को “बिना चुनाव वाला तानाशाह” करार दिया था।
इससे पहले बुधवार को अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने अपने यूक्रेनी समकक्ष वोलोदिमिर जेलेंस्की के साथ एक घंटे तक फोन पर ‘बहुत अच्छी’ बातचीत की। रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से बात करने के एक दिन बाद उनकी जेलेंस्की के साथ ये फोन वार्ता हुई।
जेलेंस्की ने बाद में कहा कि उनका मानना है कि ट्रंप के नेतृत्व में ‘इस साल स्थायी शांति हासिल की जा सकती है।’
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक व्हाइट हाउस ने कहा कि यूक्रेन के परमाणु ऊर्जा संयंत्रों पर संभावित अमेरिकी स्वामित्व पर भी चर्चा की गई। हालांकि बाद में जेलेंस्की ने कहा कि यह केवल रूस के कब्जे वाले जापोरिज्जिया प्लांट के बारे में था।
कॉल का लहजा पिछले महीने अलग लगता है, जब यूक्रेनी राष्ट्रपति की व्हाइट हाउस में प्रेसिडेंट ट्रंप और उपराष्ट्रपति जेडी वेंस के साथ तीखी बहस हुई थी।
बुधवार को पहली बार दोनों नेताओं ने ओवल ऑफिस में हुई बैठक के बाद बात की। हालांकि तब से, दोनों देशों की टीमें सऊदी अरब में मिल चुकी हैं और प्रस्तावित 30-दिवसीय युद्ध विराम पर बातचीत कर चुकी हैं।
युद्ध विराम प्रस्ताव को यूक्रेन और अमेरिका का समर्थन प्राप्त है लेकिन ट्रंप के साथ बातचीत के बाद व्लादिमीर पुतिन ने यूक्रेन में तत्काल और पूर्ण युद्धविराम को अस्वीकार कर दिया। उन्होंने केवल ऊर्जा ढांचे पर हमलों को रोकने पर सहमति व्यक्त की।
ट्रंप के साथ बातचीत के दौरान, जेलेंस्की ने कहा कि वह आंशिक युद्धविराम के लिए तैयार हैं, जिसमें ऊर्जा ढांचे, रेल और बंदरगाहों पर हमलों को रोकना शामिल है, लेकिन यूक्रेनी राष्ट्रपति ने चेतावनी दी कि अगर मॉस्को ने युद्धविराम की शर्तों का उल्लंघन किया तो उनका देश जवाबी कार्रवाई करेगा।
ड्रोन और मिसाइलों का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा, “मैं समझता हूं कि जब तक हम [रूस के साथ] सहमत नहीं हो जाते, तब तक आंशिक युद्धविराम पर भी कोई संगत दस्तावेज नहीं बन जाता, तब तक मुझे लगता है कि सब कुछ चलता रहेगा।”
–आईएएनएस
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