महाराष्ट्र विधानसभा अध्यक्ष के फैसले से उद्धव ठाकरे को झटका, शिंदे के नेतृत्व वाले गुट को 'असली' शिवसेना बताया (लीड-1)


मुंबई, 10 जनवरी (आईएएनएस)। महाराष्ट्र विधानसभा अध्यक्ष राहुल नार्वेकर ने बुधवार को घोषणा की कि 21 जून 2022 को पार्टी में विभाजन के बाद मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाला गुट ही ‘असली’ शिवसेना है।

एकनाथ शिंदे समेत सभी 16 विधायकों को अयोग्य ठहराए जाने की संभावना को शिवसेना-यूबीटी के तर्क को खारिज कर दिया गया।

विधानसभा अध्यक्ष ने यह भी माना कि तत्कालीन मुख्य सचेतक (चीफ व्हिप) सुनील प्रभु ने पद पर बने रहने की पार्टी की इच्छा को प्रतिबिंबित करना बंद कर दिया, क्योंकि प्रतिद्वंद्वी गुट के उभरने के बाद नए मुख्य सचेतक भरत गोगावले ही वैध रूप से निर्वाचित मुख्य सचेतक थे।

अध्यक्ष का बहुप्रतीक्षित फैसला मुख्यमंत्री शिंदे के लिए बड़ी राहत और पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली शिवसेना-यूबीटी के लिए एक बड़ा झटका है, जिन्होंने अलग हुए समूह के दावों का विरोध किया था।

अध्यक्ष ने एकनाथ शिंदे गुट को चुनौती देने वाली एसएस-यूबीटी याचिका में किए गए कई अन्य दावों और तर्कों को खारिज कर दिया है। यहां तक कि मुंबई और राज्य के अन्य हिस्सों में सत्तारूढ़ शिवसेना के कार्यकर्ताओं द्वारा बड़े पैमाने पर जश्‍न मनाया जाने लगा।

–आईएएनएस

एफजेड/एसजीके


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