वाराणसी : शहर में फर्राटा भर रहे एक ही रजिस्ट्रेशन नंबर के दो वाहन

वाराणसी : शहर में फर्राटा भर रहे एक ही रजिस्ट्रेशन नंबर के दो वाहन

एक रजिस्ट्रेशन नंबर के दो वाहन शहर में फर्राटा भर रहे हैं। परिवहन विभाग और पुलिस बेफिक्र हैं। इसे लेकर वास्तविक रजिस्ट्रेशन नंबर वाले वाहन स्वामी परेशान हैं और फर्जी नंबर इस्तेमाल करने वालों से इस संबंध में पूछताछ करने पर मारपीट हो जा रही है। ऐसे ही दो प्रकरण को लेकर हाल के दिनों में शिवपुर और चेतगंज थाने में दो मुकदमे दर्ज किए गए हैं। वहीं, कई अन्य वाहन स्वामी थानों से लेकर ट्रैफिक पुलिस और परिवहन विभाग के कार्यालय का चक्कर काट रहे हैं।

एक नंबर के दो वाहनों का आमना-सामना, जमकर मारपीट
सुद्धीपुर में आठ फरवरी की रात एक ही रजिस्ट्रेशन नंबर के एक ही मॉडल के दो वाहन स्वामियों का आमना-सामना हो गया। करौंदी निवासी हर्ष सिंह ने बताया कि उनके रजिस्ट्रेशन नंबर वाले दूसरे वाहन स्वामी से उन्होंने पूछताछ की तो उसने अपने दोस्तों को बुलाकर जमकर मारपीट की। प्रकरण को लेकर हर्ष की तहरीर पर शिवपुर थाने में दो नामजद और चार अज्ञात के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया।

महाराजगंज के नंबर का वाहन चल रहा था शहर में
महाराजगंज जिले के बरखा चमेनिया के अशोक राय ने कमिश्नरेट की पुलिस को सूचना दी कि उनका वाहन उनके घर में खड़ा है। उसका चालान बनारस में हुआ है। सूचना पर पुलिस सक्रिय हुई और चेकिंग कर एक कार को पकड़ी। सामने आया कि महाराजगंज के रजिस्ट्रेशन नंबर को फर्जी तरीके से राजस्थान के कोटा का रहने वाला अश्वनी कुमार सिंह अपनी कार में इस्तेमाल कर रहा है। कार को सीज कर अश्वनी के खिलाफ चेतगंज थाने में मुकदमा दर्ज किया गया।

घर में खराब पड़ी है बाइक, शिवपुर में हुआ चालान

जक्खिनी निवासी अरविंद सिंह की बाइक उनके घर में खराब पड़ी हुई है। इस वजह से वह दूसरी बाइक से आते-जाते हैं। 11 फरवरी को वह पूरे दिन अपने घर पर ही थे। इसके बावजूद तीन सवारी बैठाने के आरोप में शिवपुर क्षेत्र में उनकी बाइक का चालान हो गया। अरविंद सिंह ने राजातालाब थाने की पुलिस और ट्रैफिक पुलिस से शिकायत की है उनके वाहन के रजिस्ट्रेशन नंबर का कोई फर्जी तरीके से इस्तेमाल कर रहा है। उसे पकड़ कर उसके खिलाफ कार्रवाई की जाए।

दो साल से गोरखपुर में कार, बनारस में हुआ चालान
नरिया क्षेत्र निवासी अमरेंद्र शंकर उपाध्याय अपनी कार के तीन चालान को लेकर परेशान हैं। उनके अनुसार उनकी कार उनके भाई के पास लगभग दो साल से ज्यादा समय से गोरखपुर में है। इसके बावजूद उनकी कार का बनारस में चालान हो रहा है। इससे साबित होता है कि उनकी कार के रजिस्ट्रेशन नंबर कोई फर्जी तरीके से बनारस में इस्तेमाल कर रहा है। उन्होंने कहा कि इस संबंध में शिकायत करने पर भी कोई कार्रवाई नहीं हुई।

लखनऊ में कार रहती है, बनारस में होता है चालान

रवींद्रपुरी निवासी कारोबारी मनीष श्रीवास्तव ज्यादातर लखनऊ रहते हैं। वह यदा-कदा बनारस ट्रेन से आते हैं और उनकी कार लखनऊ में ही रहती है। मनीष ने बताया कि बीते तीन महीने में उनकी कार का दो बार चालान नो पार्किंग जोन में खड़े होने और सीट बेल्ट न लगाने के आरोप में बनारस में हुआ है। इससे प्रतीत होता है कि उनकी कार के रजिस्ट्रेशन नंबर का कोई फर्जी तरीके से बनारस में इस्तेमाल कर रहा है।

क्या कहते हैं अधिकारी
एक रजिस्ट्रेशन नंबर वाले दो वाहनों से संबंधित कुछ शिकायतें मिली हैं। इस संबंध में जल्द ही बड़े पैमाने पर अभियान चलाकर कार्रवाई की जाएगी।

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