ट्रंप ने नेतन्याहू को माफ करने का किया अनुरोध, लिखी इजरायली राष्ट्रपति हर्जोग को चिट्ठी


तेल अवीव, 12 नवंबर (आईएएनएस)। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने राष्ट्रपति इसाक हर्जोग को एक औपचारिक पत्र भेजा है। इसमें भ्रष्टाचार के मुकदमे का सामना कर रहे दोस्त ‘बीबी’ यानी प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू को माफ करने का अनुरोध किया है। जवाब में कानूनी प्रतिबद्धताओं का हवाला दिया गया है।

द टाइम्स ऑफ इजरायल के अनुसार बुधवार को ये चिट्ठी राष्ट्रपति हर्जोग को मिली जिसमें ट्रंप ने लिखा है, “इस ऐतिहासिक समय में आपको पत्र लिखना मेरे लिए सम्मान की बात है, क्योंकि हमने मिलकर कम से कम 3,000 वर्षों से अपेक्षित शांति प्राप्त की है।”

फिर उन्होंने नेतन्याहू को माफ कर देने का अनुरोध किया। उन्होंने कहा, “मैं आपसे बेंजामिन नेतन्याहू को पूरी तरह से माफ करने का आग्रह करता हूं, जो युद्ध के समय एक दुर्जेय और निर्णय लेने में सक्षम प्रधानमंत्री के तौर पर दिखे तो अब इजरायल को शांति के युग की ओर ले जा रहे हैं। दुनिया को बदलने वाले अब्राहम अकॉर्ड में कई और देशों को जोड़ने के लिए मध्य पूर्व के प्रमुख नेताओं के साथ मैं भी निरंतर जुड़ा हुआ हूं।”

ट्रंप ने कहा कि “मैं इजरायली न्याय प्रणाली की स्वतंत्रता का पूर्ण सम्मान करता हूं,” लेकिन नेतन्याहू के खिलाफ भ्रष्टाचार के आरोपों को “राजनीतिक रूप से प्रेरित और अनुचित अभियोजन” करार दिया।

ट्रंप ने अपने वादे की याद दिलाते हुए कहा, “इसाक, हमने एक बेहतरीन रिश्ता स्थापित किया है, जिसके लिए मैं बहुत आभारी हूं और जिसके लिए मैं सम्मानित महसूस करता हूं और जनवरी में शपथ लेते ही हम इस बात पर सहमत हुए थे कि अब ध्यान अंततः बंधकों को घर वापस लाने और शांति समझौते पर केंद्रित होना चाहिए। अब जब हमने ये अभूतपूर्व सफलताएं हासिल कर ली हैं और हमास को नियंत्रण में रख रहे हैं, तो अब समय आ गया है कि बीबी को माफ करके और उस कानूनी लड़ाई को हमेशा के लिए समाप्त करके इजरायल को एकजुट करने पर ध्यान केंद्रित किया जाए।”

पिछले महीने नेसेट में अपने भाषण में, ट्रंप ने हर्जोग से नेतन्याहू को माफ करने का आह्वान किया था।

प्रधानमंत्री नेतन्याहू पर वर्तमान में मुकदमा चल रहा है और उन पर भ्रष्टाचार के आरोपों से संबंधित तीन अलग-अलग मामलों में रिश्वतखोरी, धोखाधड़ी और विश्वासघात का आरोप लगाया गया है। उनका मुकदमा 2020 में शुरू हुआ था और अभी भी ट्रायल जारी है।

हर्जोग ने भी अपने कार्यालय के जरिए एक बयान जारी किया। उन्होंने कहा कि माफी का अनुरोध उचित माध्यमों से ही किया जाना चाहिए।

राष्ट्रपति निवास के अनुसार, “राष्ट्रपति ट्रंप के प्रति पूरा सम्मान रखते हैं और इजरायल के प्रति ट्रंप के अटूट समर्थन, बंधकों की वापसी, मध्य पूर्व और गाजा के पुनर्निर्माण और इजरायल की सुरक्षा में उनके अभूतपूर्व योगदान की सराहना करते हैं।

इसमें आगे कहा गया, “जैसा कि राष्ट्रपति ने कई मौकों पर स्पष्ट किया है, उपरोक्त बातों से विचलित हुए बिना, क्षमादान चाहने वाले किसी भी व्यक्ति को स्थापित प्रक्रियाओं के तहत ही औपचारिक अनुरोध प्रस्तुत करना होगा।”

इजरायल में राष्ट्रपति को अदालत में दोषी ठहराए गए लोगों को क्षमादान देने का अधिकार है। बहुत ही दुर्लभ मामलों में अगर कानूनी कार्यवाही पूरी होने से पहले भी इसे जनहित में समझा जाता है तो वे माफ कर सकते हैं।

इसके साथ ही क्षमा मांगने वाले व्यक्ति या उसके किसी निकटतम परिवार के सदस्य को यह अनुरोध करना होता है। नेतन्याहू और उनके रिश्तेदारों ने अभी तक ऐसा नहीं किया है। लेकिन, स्थानीय मीडिया चैनल 13 ने पिछले महीने प्रधानमंत्री कार्यालय के सूत्रों के हवाले से बताया था कि नेतन्याहू की पत्नी सारा की ओर से अनुरोध प्रस्तुत करने पर चर्चा चल रही है।

–आईएएनएस

केआर/


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