लोकसभा चुनाव के छठे चरण में कुल 63.37 प्रतिशत मतदान

लोकसभा चुनाव के छठे चरण में कुल 63.37 प्रतिशत मतदान

नई दिल्ली, 28 मई (आईएएनएस)। लोकसभा चुनाव के छठे चरण में कुल 63.37 प्रतिशत मतदान दर्ज किया गया है। दिल्ली की सात सीटों पर 58.69 प्रतिशत मतदान हुआ। दिल्ली में उत्तर पूर्वी दिल्ली में सबसे अधिक 62.89 प्रतिशत और नई दिल्ली में सबसे कम 55.43 प्रतिशत मतदान दर्ज किया गया है।

छठे चरण में 58 संसदीय निर्वाचन क्षेत्रों (पीसी) के लिए मतदान हुआ। अगर छठे चरण के लिए लिंग के आधार पर मतदान के आंकड़ों को देखें तो 61.95 प्रतिशत पुरुषों ने मतदान किया। महिला मतदान 64.95 प्रतिशत रहा। थर्ड जेंडर का मतदान प्रतिशत 18.67 रहा और कुल मतदान 63.37 प्रतिशत था।

छठे चरण के लिए राज्यवार हुए मतदान की बात करें तो पश्चिम बंगाल में 82.71, ओडिशा में 74.45 और दिल्ली की सात सीटों पर 58.69 प्रतिशत मतदान हुआ है। इसके अलावा बिहार में 57.18, जम्मू कश्मीर में 55.40, झारखंड में 65.39, हरियाणा में 64.80 और उत्तर प्रदेश में 54.04 प्रतिशत मतदान हुआ है। छठे चरण में बिहार की 8, हरियाणा की 10, जम्मू कश्मीर की 1, झारखंड की 4, दिल्ली की 7, ओडिशा की 6, उत्तर प्रदेश की 14 और पश्चिम बंगाल की 8 समेत कुल 58 सीटों पर मतदान हुआ था।

58 सीटों पर 889 उम्मीदवार चुनाव मैदान में थे। 58 सीटों पर हुए मतदान के लिए 1.14 लाख मतदान केंद्र बनाए गए थे। छठे चरण में जो प्रसिद्ध उम्मीदवार चुनाव लड़ रहे थे, उनमें केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान, केंद्र में मंत्री राव इंद्रजीत सिंह, कृष्णपाल गुर्जर, हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल, मेनका गांधी, महबूबा मुफ्ती, राज बब्बर, दिनेश लाल निरहुआ, धर्मेंद्र यादव आदि शामिल हैं।

दिल्ली से मनोज तिवारी, बांसुरी स्वराज, कमलजीत सेहरावत, योगेंद्र चंदोलिया, हर्ष मल्होत्रा, रामबीर सिंह बिधुड़ी, प्रवीण खंडेलवाल, कन्हैया कुमार, जयप्रकाश अग्रवाल, महाबल मिश्रा, उदित राज, कुलदीप कुमार, सहीराम और सोमनाथ भारती मुख्य उम्मीदवार थे।

छठे चरण के मतदान की जानकारी देते हुए चुनाव आयोग ने बताया कि उम्मीदवारों को उनके मतदान एजेंटों के माध्यम से निर्वाचन क्षेत्र के प्रत्येक मतदान केंद्र के लिए फॉर्म 17सी की प्रति भी प्रदान की जाती है। फॉर्म 17सी का वास्तविक डेटा मान्य होगा, जो मतदान के दिन ही उम्मीदवारों के साथ साझा किया गया है।

आयोग का कहना है कि अंतिम मतदान केवल डाक मतपत्रों की गिनती और कुल मतों की गिनती में इसके जुड़ने के बाद ही उपलब्ध होगा। डाक मतपत्रों में सेवा मतदाताओं, अनुपस्थित मतदाताओं (85 वर्ष से अधिक के मतदाता, दिव्यांग, आवश्यक सेवाओं आदि) और चुनाव ड्यूटी पर मतदाताओं को दिए गए डाक मतपत्र शामिल हैं। वैधानिक प्रावधानों के अनुसार प्राप्त ऐसे डाक मतपत्रों का दैनिक लेखा-जोखा सभी उम्मीदवारों को दिया जाता है।

–आईएएनएस

जीसीबी/एबीएम

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