आक्रांता का महिमामंडन करना मतलब देशद्रोह की नींव को पुख्ता करना : सीएम योगी


बहराइच, 20 मार्च (आईएएनएस)। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गुरुवार को बहराइच की तहसील मिहींपुरवा (मोतीपुर) के मुख्य भवन के उद्घाटन कार्यक्रम में विदेशी आक्रांताओं का महिमामंडन करने वालों को देशद्रोही करार दिया। उन्होंने कहा कि आक्रांता का महिमामंडन करना मतलब देशद्रोह की नींव को पुख्ता करना है और स्वतंत्र भारत ऐसे किसी भी देशद्रोही को स्वीकार नहीं कर सकता है।

सीएम योगी ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा, “एक भारत श्रेष्ठ भारत की परिकल्पना साकार हो रही है। पूरा देश एकजुट कार्य कर रहा है। मैं उत्तर प्रदेश के सभी लोगों से कहना चाहूंगा कि जब भारत की परपंरा और संस्कृति का गुणगान पूरी दुनिया कर रही है, तब भारत के महापुरुषों के प्रति श्रद्धा और सम्मान का भाव हर नागरिक का दायित्व होना चाहिए। उन स्थितियों में किसी भी आक्रांता का महिमामंडन नहीं होना चाहिए। आक्रांता का महिमामंडन करना मतलब देशद्रोह की नींव को पुख्ता करना है और स्वतंत्र भारत ऐसे किसी भी देशद्रोही को स्वीकार नहीं कर सकता है।”

उन्होंने कहा कि जो भारत के महापुरुषों को अपमानित करता हो, उन आक्रांताओं का महिमामंडन करता हो, जिन आक्रांताओं ने भारत की सनातन संस्कृति को रौंदने का काम किया था। बहन-बेटियों की इज्जत पर हाथ डालने का काम किया था। हमारी आस्था पर प्रहार किया था। उसे आज का नया भारत स्वीकार करने के लिए तैयार नहीं है। मैं आपसे कहने आया हूं कि विकास की ये गाथा तभी आगे बढ़ सकती है जब हम अपनी विरासत को पूरे गौरव के साथ आगे बढ़ाने का काम करें, हमारी गौरव गाथा विरासत के साथ जुड़ती है, विरासत विकास के साथ जुड़ता है। विरासत और विकास की अद्भुत गाथा का ही एक नया रूप बहराइच का है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि 2017 में भारतीय जनता पार्टी की डबल इंजन की सरकार प्रदेश में आई, उस समय 33 लाख से अधिक ऐसे राजस्व वाद थे, जो लंबित पड़े थे। यह मामले लंबित हैं तो गांव-गांव में मारपीट, बलवा होना, दबंग के द्वारा गरीब की जमीन को जबरन हथिया लेना आम बात रही होगी और यही कारण था कि उत्तर प्रदेश में पिछली सरकारों के निकम्मेपन के कारण यह केंद्र बेमानी और भ्रष्टाचार का अड्डा बन गए थे। एक सामान्य नागरिक न्याय की उम्मीद नहीं कर सकता था। गरीब की आवाज को दबाया जाता था। हम लोगों ने समय सीमा तय की कि अगर वाद लंबित है तो जवाबदेही तय होगी। इसी का परिणाम है कि हम लोगों ने 33 लाख मामलों का निस्तारण करके गरीबों को न्याय दिलाने का काम किया है।

उन्होंने बताया कि सरकार की कार्यवाही का परिणाम है कि एंटी भूमाफिया टास्क फोर्स के माध्यम से 64 हजार एकड़ लैंड को अवैध कब्जे से मुक्त करने का कार्य किया गया है। आज प्रदेश में निवेश आ रहा है। डबल इंजन सरकार ने तय किया है कि हर गांव में ग्राम सचिवालय होगा। ग्राम सचिवालय में ऑप्टिकल फाइबर या वाईफाई की सुविधा देंगे और गांव में ही गांव के लोगों को बैंक की सुविधा मिलेगी। जन्म-मृत्यु, आय, जाति, निवास प्रमाण पत्र सभी गांव में ही उपलब्ध हो, इसके लिए ज्यादातर ग्राम पंचायतों ने इस कार्य को आगे बढ़ाना प्रारंभ किया है।

सीएम योगी ने कहा कि अब किसी गरीब का हक नहीं मारा जा सकता, इसके लिए सेटेलाइट से हम ऐसी व्यवस्था करेंगे कि एक इंच भी जमीन किसी गरीब की मारी नहीं जाएगी। यहां तहसील पर जिन अधिकारियों की तैनाती होगी। उनके लिए आवास भी यही बनेगा। वह यहीं पर कैंपस में रहकर समस्या का समाधान करेंगे। हमने पहले ही कह रखा है कि जहां तहसील है, ब्लॉक है, थाना है, सर्किल है, वहां के अधिकारी वहीं पर रहेंगे, रात्रि निवास भी वहीं पर करें, क्योंकि बहानेबाजी नहीं चल सकती। जब उन्हें यह आवासीय सुविधा मिलेगी तो लोगों को समय से न्याय मिल सकेगा।

उन्होंने जिक्र किया कि मैं पिछले दिनों भी बहराइच आया था, जब यहां पर भेड़िये के आतंक से लोग परेशान थे। उसने काफी बच्चों को अपना शिकार बनाया था, लेकिन अंततः वह पकड़ा गया। हम लोगों ने पहले ही मानव वन्य जीव संघर्ष को आपदा की श्रेणी में रख करके उस परिवार को 5 लाख मुआवजा देने की व्यवस्था की। यह जनपद अनंत संभावनाओं को समेटे घाघरा और सरयू नदी के तट पर स्थित है। खेती करतनिया के रूप में यहां पर वन्य जीव अभ्यारण भी है और अब तो बहराइच में मेडिकल कॉलेज भी बन गया है और महाराजा सुहेलदेव का विजय स्मारक भी बनकर तैयार हो गया है। यह वही जनपद है, जो पहले अव्यवस्था और अराजकता का शिकार हुआ करता था। आज बहराइच में कोई अव्यवस्था नहीं फैला सकता।

महाकुंभ की चर्चा करते हुए सीएम योगी ने कहा कि भव्य आयोजन के बाद पूरी दुनिया उत्तर प्रदेश की ओर कौतूहल भरी निगाहों से देख रही है। अभी दो दिन पहले संसद में प्रधानमंत्री ने उत्तर प्रदेशवासियों और महाकुंभ के आयोजन की प्रशंसा की है। मानवता का इतना बड़ा आयोजन दुनिया में कहीं नहीं हुआ है, कोई नहीं कर सकता। मां गंगा, मां यमुना, मां सरस्वती के त्रिवेणी संगम में 66 करोड़ से अधिक श्रद्धालुओं का आगमन, भारत की महान सनातन संस्कृति की युग गाथा को अनंत काल तक गाने के लिए आने वाली पीढ़ी को विरासत के रूप में दिया है। ‘एक भारत, श्रेष्ठ भारत’ की परिकल्पना साकार हो रही है, पूरा देश एकजुट होकर कार्य कर रहा है, जब दुनिया भारत की सनातन संस्कृति और भारत की परंपरा का गुणगान कर रही है तब भारत के महापुरुषों के प्रति श्रद्धा और सम्मान का भाव हर नागरिक का दायित्व होना चाहिए।

–आईएएनएस

एसके/एबीएम


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